नीरज उत्तराखंडी
पुरोला। कहते है जज़्बा और हौसला उम्र का मोहताज़ नहीं होता। और कुछ ऐसा ही जज़्बा तब देखने को मिला जब 5-7 साल की उम्र के 13 बच्चों ने 12500 फ़ीट की चोटी फतह की। जहाँ एक ओर थी रूह को कंपाने वाली ठण्ड और विषम परिस्थितियाँ, वहीं दूसरी ओर था इन नन्हें बच्चों के मन में चोटी फतह करने का बुलंद हौसला।
उत्तराकाशी ज़िले के मोरी ब्लाक में सांकरी स्थित विश्व प्रसिद्ध ट्रेकिंग स्थल केदारकांठा में हाल ही एक कीर्तिमान स्थापित हुआ है। बैंगलोर के 26 सदस्य दल, जिसमें 13 व्यस्क और 13 बच्चों ने इस ट्रेक को पूरा किया। कुछ अलग ये था की इन सभी 13 बच्चों की उम्र 5-7 साल है और इतनी कम उम्र में केदारकांठा चोंटी को फतह करने वाले ये पहले नौनिहाल हैं।
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लोकल ट्रैकिंग कंपनी हिमालयन हायिकर्स के प्रबन्धक चैन सिंह रावत के नेतृत्व में इन बच्चों ने 5-7 फ़ीट भारी बर्फ के वावजूद इस ट्रेक को पूरा किया। इन बच्चों के हौसलो का सभी ने लोहा माना और सौड़ गांव के ग्रामीणों ने होम स्टे में ठहराया, पारंपरिक ढोल-दमाऊ और लोकल व्यंजनों से साथ इन सभी का स्वागत किया।
पहाड़ो में इस साल हुई बर्फबारी के चलते अब तक बर्फ जमी है, जिसमे ट्रेक करना बेहद ही मुश्किल है, पर इन 5-7 साल के बच्चों ने तमाम विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए ये सफलता पाई। इस पूरे ट्रेक में ग्रामीणों ने भी पूरा सहयोग दिया, जिसमे, कमलेश, हरदेव, नरेंद्र, संजू, संतु आदि मौजूद थे ।