पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित की हत्या में दिल्ली की क्राइम ब्रांच को अहम सबूत हाथ लग गए हैं। अब पुलिस किसी भी वक्त अपनी हिरासत में लिए गए अपूर्वा और उनके नौकर को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करके कस्टडी रिमांड ले सकती है।
गौरतलब है कि पुलिस अब तक इन दोनों से क्रॉस एग्जामिनेशन करके कस्टडी रिमांड लेने लायक सबूत जुटाने पर जुटी हुई थी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रोहित शेखर की गर्दन की हड्डियां टूटी होने का खुलासा करते हुए बताया कि रोहित शेखर को नींद की गोलियों की बेहोशी के दौरान दम घोट कर मारा गया, जबकि उस रात को घर में कोई भी व्यक्ति बाहर से नहीं आया।
इसके अलावा रोहित शेखर की हत्या की टाइमिंग और अपूर्वा के उसके उसके रूम में रहने की टाइमिंग भी मैच हो गई है। अर्थात हत्या के वक्त अपूर्वा रोहित के ही कमरे में थी।
इसके अलावा नौकरों और अपूर्वा के क्रॉस एग्जामिनेशन करने के बाद पुलिस को काफी विरोधाभासी बयान मिले जिससे पुलिस ने अपूर्वा पर शिकंजा कस दिया है।
पहले कही गई लगभग सारी बातें क्रॉस एग्जामिनेशन और मोबाइल फोन डिटेल से लेकर अन्य सबूतों में अपूर्वा गलत पाई गई है।
अपूर्वा ने रोहित के मोबाइल का लॉक खोलकर उससे कुछ फोटो डिलीट की थी और अपने व्हाट्सएप और मैसेंजर के भी कुछ फोटोग्राफ डिलीट कर दिए तथा कुछ मैसेज भी डिलीट किए हैं। पहले अपूर्वा इससे इंकार कर रही थी लेकिन जांच रिपोर्ट के बाद अपूर्वा टूट गई और अपूर्वा ने स्वीकार कर लिया कि उसने ही कॉल डिटेल डिलीट की थी तथा फोटोग्राफ्स भी डिलीट कर दी थी।
अब पुलिस को अपूर्वा के नाखूनों तथा रोहित शेखर के गले तथा छाती से लिए गए नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार है।
जाहिर है कि यह रिपोर्ट पुलिस को मिलने में अब कुछ ही घंटे का समय बाकी है। उन सब सबूतों और साक्ष्यों के बाद पुलिस को अपूर्वा की कस्टडी रिमांड लेने लायक पर्याप्त सबूत मिल जाएंगे, जिन्हें कोर्ट में पेश करके वह कोर्ट से अपूर्वा की रिमांड लेने में सफल हो सकते हैं। जाहिर है कि इस हाई प्रोफाइल केस में क्राइम ब्रांच की टीम भी फूंक फूंक कर कदम रख रही है।