मुख्यमंत्री को पौने तीन साल बाद पता चल रहा है कि अधिकारी काम नहीं कर रहे: धस्माना
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने अधिकारियों पर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए उनके समय पूर्व अवकाश पर भेजने की बात कही है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पौने तीन साल राज्य का भट्टा बैठाने के बाद सीएम को यह एहसास हो रहा है कि अधिकारी उनकी व उनके मंत्रियों की बात नहीं सुन रहे व उनके आदेशों का पालन नहीं कर रहे।
धस्माना ने कहा कि इस बात को तो कांग्रेस त्रिवेंद्र सरकार के सत्तासीन होने के कुछ महीनों बाद से ही लगातार कह रही है कि राज्य की नोकरशाही सरकार के आदेशों को नहीं मान रही व राज्य में सरकार नाम की चीज़ नहीं है। उन्होंने कहा कि पौने तीन साल में दर्जनों बार सरकार की उच्च न्यायालय में किरकिरी हुई जब सरकार को न्यायालय ने सफाई, सड़क, आवारा पशओं व खनन जैसे विषयों पर निर्देश दिए। धस्माना ने कहा कि सरकार की नीतियों में खराब निर्णयों के कारण आबकारी से लेकर अनेक विभागों में नुकसान उठाना पड़ा। श्री धस्माना ने कहा कि सरकारी अधिकारियों की अकर्मण्यता पर कांग्रेस के आरोपों को त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रियों ने ही पुख्ता किया यह कह कर कि अधिकारी हमारी बात नहीं सुन रहे।
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता के प्रति जवाबदेह हैं और आज जब वे स्वयं इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं तो वह स्वयं सोचें कि क्या वे अपने पद के प्रति न्याय कर रहे हैं।