उत्तराखंड के पहाड़ों से हो रहे पलायन को लेकर सरकार कितनी गंभीर है यह इसी बात से साबित हो जाता है कि सरकार लगातार कोई न कोई सरकारी कार्यालय तथा कर्मचारियों के ट्रांसफर मैदानी इलाकों में कर रही है लेकिन पहाड़ों में न तो कोई सरकारी कार्यालय खुल रहा है और ना ही कोई कर्मचारी अधिकारी वहां जाने को तैयार है।
हाल ही में सरकार 34 और असिस्टेंट प्रोफेसरों का नियम विरुद्ध ट्रांसफर कर के अधिकांश को मैदानी इलाकों में ले आई हैं।
इससे पहाड़ खाली हो रहे हैं लेकिन सरकार ने आंखों में धूल झोंकने के लिए पलायन आयोग बना रखा है और जनता जब भी रूठती है तो सरकार पलायन आयोग का झुनझुना बजा कर जनता को बहला देती है।
वर्तमान में उत्तराखंड सरकार में ट्रांसफर एक्ट प्रभावी है जिसमें स्पष्ट है कि स्थानांतरण किसी भी परिस्थिति में एक्ट के माध्यम से ही होंगे।
उच्च शिक्षा के समस्त कर्मचारी अधिकारियों के स्थानांतरण भी ट्रांसफर एक्ट के ही माध्यम से होंगे, परंतु कल 12 सितंबर को 34 असिस्टेंट प्रोफेसरों का स्थानांतरण दुर्गम क्षेत्र से सुगम क्षेत्रों में बिना एक्ट के परिपालन के ही कर दिया गया। स्थानांतरण पत्र में न कोई आधार स्पष्ट है, न ही यह बताया गया है कि यह जनहित, अनुरोध अथवा प्रशासनिक है। स्थानांतरण एक्ट में अनुरोध के लिए जो प्रावधान किए गए हैं उनका कहीं कोई परिपालन नहीं किया गया है।
ट्रांसफर एक्ट का मुख्य प्रयोजन यह है कि कर्मचारी/ अधिकारियों में स्थानांतरण को लेकर पारदर्शिता बनी रहे परंतु समस्त नियमों की अनदेखी कर यह स्थानांतरण किए गए हैं। इसमें दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित महाविद्यालय जो कि पहले से ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे थे वहां कई विभाग अब शिक्षक विहीन हो जाएंगे।
छह को पहाड़ से ले आए ऋषिकेश, डोईवाला
डॉ स्नेह लता प्राध्यापक समाजशास्त्र राजकीय महाविद्यालय मरगूब पुर से ऋषिकेश
डॉ रेखा नौटियाल प्राध्यापक संस्कृत को उत्तरकाशी से डोईवाला
डॉ बल्लभ कुकरेती प्राध्यापक मनोविज्ञान को पिथौरागढ़ से डोईवाला
डॉ राकेश कुमार भट्ट प्राध्यापक अर्थशास्त्र को चौबट्टाखाल से ऋषिकेश
डॉक्टर पूनम पाठक थत्यूड टिहरी गढ़वाल से ऋषिकेश
डॉ शेफाली शुक्ला प्राध्यापक समाजशास्त्र को नई टिहरी से मरगूबपुर
तेरह को ले पहाड़ से उतार लाए उधम सिंह नगर, हल्द्वानी
पुष्पा देवी प्राध्यापक समाजशास्त्र को पतलोट राजकीय महाविद्यालय से किच्छा
डॉक्टर कमला तिवारी प्राध्यापक मनोविज्ञान को रामनगर से हल्द्वानी
डॉक्टर कमला पंत प्राध्यापक संस्कृत को दुर्गनाकुरी से हल्द्वानी
डॉक्टर जगदीश चंद्र जोशी प्राध्यापक हिंदी को लोहाघाट से हल्द्वानी
डॉक्टर नरेश कुमार प्राध्यापक अर्थशास्त्र को बागेश्वर से किच्छा उधम सिंह नगर
डॉ शाहिद समीर सिद्दीकी प्राध्यापक जंतु विज्ञान को गैरसैंण से रुद्रपुर
डॉ मुकेश जोशी प्राध्यापक वाणिज्य को रानीखेत से काशीपुर डॉ हरि ओम प्रकाश सिंह प्राध्यापक राजनीति शास्त्र को मुमानी पिथौरागढ़ से टनकपुर
डॉक्टर कुसुमलता प्राध्यापक मनोविज्ञान नारायण नगर से रामनगर
रामदुलार सिंह प्राध्यापक मनोविज्ञान को ब्रह्मखाल से रामनगर डॉ मीना त्रिपाठी प्राध्यापक मनोविज्ञान को पिथौरागढ़ से हल्द्वानी
डॉक्टर अपराजिता प्राध्यापक गृह विज्ञान को काशीपुर उधम सिंह नगर यथावत
डॉ अनीता नेगी प्राध्यापक इतिहास को सितारगंज से मालधन चौड़ ऊधमसिंह नगर
डॉक्टर सरिता चौहान प्राध्यापक गृह विज्ञान को गोपेश्वर से कोटद्वार
सिर्फ दो भेजे पहाड़
डॉ अरुण कुमार सिंह प्राध्यापक भूगोल काशीपुर से पोखरी पट्टी क्वीली
डॉ रमेश सिंह बिष्ट प्राध्यापक मनोविज्ञान को हल्द्वानी से पिथौरागढ़
बाकी पहाड़ से पहाड़
डॉ भुवन चंद्र खाली प्राध्यापक जंतु विज्ञान गोपेश्वर से चमोली
कुलदीप सिंह प्राध्यापक भौतिक विज्ञान कोटद्वार से नई टिहरी डॉ चंद्रप्रकाश प्राध्यापक समाजशास्त्र को मुवानी पिथौरागढ़ से जैंती अल्मोड़ा
डॉक्टर निरंजन नाथ शर्मा तो ऋषिकेश से नई टिहरी
डॉ अब्दुल शाहिद प्राध्यापक रसायन को राजकीय महाविद्यालय तलवाड़ी से चंपावत
डॉ योगेश कुमार शर्मा प्राध्यापक भौतिक विज्ञान को कर्णप्रयाग से रानीखेत
डॉ प्रमोद कोठारी प्राध्यापक रसायन विज्ञान को बेरीनाग से नारायण नगर
गजेंद्र सिंह सजवाण प्राध्यापक भूगोल को वेदिखाल से नई टिहरी
डॉ सुरेश चंद्र प्राध्यापक हिंदी को गोपेश्वर से उत्तरकाशी
डॉ उषा रानी नेगी प्राध्यापक समाजशास्त्र को उत्तरकाशी में ही यथावत
डॉ सरोज वर्मा को पिथौरागढ़ में ही यथावत