देहरादून मे पालीथीन के खिलाफ मियां वाला से शुरू होने वाली मानव श्रृंखला की तैयारियों के लिए सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग अथवा सजावट के तौर पर पॉलिथीन की लंबी-लंबी पन्नियां लगाई गई हैं।
कहा जा रहा है कि यह मानव श्रृंखला दून को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए बनाई जा रही है और 44 जगहों पर एक साथ सायरन बजने के साथ ही शुरू होने वाली इस मानव श्रृंखला पॉलिथीन के प्रति गंभीरता इसके दोनों ओर लगी है पॉलिथीन की पन्नी से ही दिख जाती है।
इस मानव श्रृंखला में मुख्यमंत्री भी शामिल हैं, इसके लिए शहर को 9 जोन में बांटा गया है।
देहरादून में जब पीसीएस अफसर हरक सिंह रावत मुख्य नगर अधिकारी थे तब पॉलिथीन के खिलाफ सख्ती का असर साफ देखा जा सकता था, तब सब्जी की थैलियों से लेकर दूध की डेयरी तक में पॉलिथीन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लग गया था और पब्लिक भी अपना मन बना चुकी थी।
लेकिन फिर उनके ट्रांसफर के साथ ही यह अभियान भी खत्म हो गया। पॉलिथीन के खिलाफ गंभीरता इस बात से भी देखी जा सकती है कि देहरादून में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के होलसेल विक्रेता के खिलाफ सरकार ने कुछ भी सख्त एक्शन नहीं लिया है, जबकि हरक सिंह रावत के समय पर पॉलिथीन इन होल सेलर से जप्त करके उन पर भारी जुर्माना भी लगाया जाता था।
कोई भी आदमी अपने मोबाइल पर गूगल करके पॉलिथीन तथा सिंगल यूज़ प्लास्टिक के विक्रेताओं की भारी-भरकम तादाद देख सकता है। यदि सरकार वाकई सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ गंभीर है तो सबसे पहले सिंगल यूज प्लास्टिक के होलसेलर और मैन्युफैक्चर के खिलाफ प्रतिबंध लगाया जाना एक अहम कदम होगा।
जिस तरह से सरकार ने इसके लिए तैयारियां की है, वह भाजपा के पार्षदों और कार्यकर्ताओं को व्यस्त और जोड़े रखने का एक कार्यक्रम मात्र बनकर रह जाएगा। इससे स्कूली बच्चों की दिक्कत और इससे ट्रैफिक बाधित होने के अलावा कुछ खास होता नहीं दिखता।