कमल जगाती, नैनीताल
सिक्किम में 1994 में शहीद हुए नैनीताल नीवासी जर्नल ऑफिसर ग्रीफ मनोहर दत्त बवाड़ी के नाम पर एक महत्वपूर्ण वैली ब्रिज का नाम रखा गया है। पूना के सिम्बोसिस में कार्यरत उनकी बेटी रक्षिता बवाड़ी को 17 अक्टूबर 2019 को जारी पत्र से इसकी जानकारी मिली है।
ग्रिफ के द्वितीय अधिकारी कप्तान असलम शमीम ने रक्षिता को लिखे पत्र में कहा है कि आपके पिता 15 अप्रैल 1994 को ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे । ग्रिफ में ए.ई.सिविल की ड्यूटी निभाते हुए मनोहर दत्त बवाड़ी शहीद हुए थे।
शांतिकाल का तीसरा सबसे बड़ा गैलेंट्री अवार्ड ‘शौर्य चक्र’ राष्ट्रपति द्वारा 26 जनवरी 1996 को उन्हें दिया गया था। पत्र में लिखा है कि उत्तर सिक्किम में नीतिबद्ध तरीके से महत्वपूर्व सड़कों को बनाने में उनके योगदान और शहादत को सम्मान दिया जा रहा है। उनके सम्मान में यूनिट द्वारा हाल ही में मुंशीटांग में बनाए गए बैली ब्रिज को ‘बवाड़ी ब्रिज’ का नाम दिया गया है।