नीरज उत्तराखण्डी
पुरोला उत्तरकाशी। हरकीदून घाटी का खुशनुमा मौसम और माहौल पर्यटकों के लिए इन दिनों पलक पावड़े बिछाए हुए हैं मानों कह रहा हो-
‘फूलों की हंसी हो या हो कुदरत हंसीन की अदाएं !
हैं सब कुरबान है आप पर आप तशरीफ़ तो लाएं !!”
बर्फ की सफेद चादर ओढे हरकीदून घाटी का विहंगम नजारा हो या सांकरी सहित सीमांत गांवों का मनभावन सौन्दर्य हो या सीमांत वासियों का विशुद्ध जैविक खान पान और सौंदर्य पर चार चाँद लगाने वाला यहाँ के पारम्परिक परिधान या फिर पर्यटकों का पहुणो की तरह स्वागत सत्कार।
ये सब यहाँ पर्यटकों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करते हैं । यही वजह है कि आज यहां पथारोहण और पर्वतारोहण में रूचि रखने वाले पर्यटकों का तांता लगा है।
प्रकृति की नेमतों के दिलकश नजारे ,तन मन और नयनों को अदभुत शांति प्रदान करते हैं । पर्यटकों को इन्हीं आनंद से रू-ब-रू कराने के सांकरी में हरकीदून प्रोटेक्शन एण्ड माउन्टेनेरिंग एसोसिएशन तथा हिमालयन हाइकर्स सांकरी बखूबी अंजाम दे रहे हैं। और पर्यटकों को हर सुविधा मुहैया करा रहे है ।