मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर एक ट्वीट किया था लेकिन एक व्यक्ति ने इसमें छेड़छाड़ करके बेरोजगारों से संबंधित एक मजाकिया पोस्ट में बदल डाला और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत टि्वटर अकाउंट पर प्रकाशित इस पोस्ट से हुई छेड़छाड़ का संज्ञान लेकर डीआईजी अरुण मोहन जोशी को जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री इस पोस्ट को लेकर काफी नाराज थे।
दरअसल मुख्यमंत्री ने इस पोस्ट में सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने की बात लिखी थी लेकिन शरारती तत्व ने इस पोस्ट को एडिट करके उसमें लिख दिया कि “हमारी सरकार ने कभी नहीं कहा कि हम युवाओं को नौकरी देकर उन्हें नौकर बनाएंगे, जिसमें शरारती तत्व ने आगे लिखा है कि सबसे पहले प्रदेश और देश होता है इसलिए आज युवाओं को राष्ट्र हित के बारे में सोचना चाहिए न कि नौकरी के बारे में। जय हिंद जय उत्तराखंड।”
एडिट की गई इस पोस्ट से ऐसा लगता है कि यह शरारती तत्व या तो स्वयं बेरोजगार है अथवा नौकरी न मिलने से इतना बौखलाया हुआ है कि उसने मुख्यमंत्री की ट्विटर पोस्ट से भी छेड़छाड़ करने का दुस्साहस का डाला।
बेरोजगारी और बेरोजगारों को लेकर पिछले लंबे समय से युवाओं के निशाने पर रही सरकार के लिए यह शरारत भरी पोस्ट वाकई सरकार की छवि को और अधिक धूमिल कर सकती है।
हालांकि इस पोस्ट में शरारती तत्व ने नौकरी और नौकर तथा राष्ट्र जैसे शब्द भी सही नहीं लिखे हैं। इससे शरारती तत्व का हिंदी भाषा के ज्ञान का स्तर भी सहज ही पता चल जाता है।