अनुज नेगी
भ्रष्टाचार पर भले ही जीरो टॉलरेंस की सरकार लाख डंका पीट रही हो परन्तु हकीकत यह है कि प्रदेश में भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने में डबल इंजन की सरकार पूरी तरह फेल नजर आ रही है।
जिले में विकास कार्यो के लिए सबसे बड़ा सदन जिला पंचायत किस कदर भ्रष्टाचार का अड्डा बना है, इसका उदाहरण जिला पंचायत पौड़ी में देखने को मिला है।
बाइट -करन सिंह, आई०टी०आई०कार्यकर्ता
सूचना के अधिकार से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व ज़िला पंचायत कार्यकाल में एक संविदा पर तैनात जेई ने करोड़ों के बजट को घोटाले मे ठिकाने लगाया गया है। वहीं दूसरी ओर जिला पंचायत पौड़ी के अधिकारियों के हाथ पांव फूलने शुरु हो गये हैं।
बाइट-शांति देवी,जिलापंचायत अध्यक्ष पौड़ी
सूचना अधिकार में मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत पौड़ी ने करोड़ो की परियोजनाओं को सिर्फ कागजों में ही बनाया है।
पौड़ी जिला पंचायत द्वारा क्षेत्र में कराए गए निर्माण कार्यों में लगातार अनियमितताओं की शिकायतें मिलती आयी है। सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार खिर्सू ब्लॉक के चड़ीगांव में गूल (नाली) का निर्माण कार्य का भुगतान बीते अगस्त माह में ही कर दिया गया,लेकिन नाली का निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है।
आरटीआई कार्यकर्ता की ओर से जानकारी दी गई कि विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।
जिला पंचायत पौड़ी में इसी तरह के कई कार्य हुए हैं। जिनमें भुगतान होने के बाद भी निर्माण कार्य चल रहे हैं।
खिर्सू ब्लॉक के समीप चड़ीगांव में जिला पंचायत पौड़ी की ओर से गूल (नाली) निर्माण कार्य करवाया गया था।
सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्माण कार्य के लिए 30 लाख स्वीकृत भी किए गए थे, जिसका पूरा भुगतान बीते अगस्त माह में किया जा चुका है,लेकिन, जब मौके पर जाकर देखा गया तो गुल निर्माण कार्य अभी भी चल रहा है।
आरटीआई कार्यकर्ता करन रावत ने बताया कि निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचार में संबंधित विभागीय अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। दरअसल, लगातार मिल रही शिकायतों के बाद सत्यता जानने के लिए जब हमारी टीम मौके पर पहुंची तो देखने को मिला कि अभी भी उसी स्थान पर निर्माण कार्य जारी है। जबकि, विभाग की ओर से इसका भुगतान बीते अगस्त माह में किया जा चुका है।
वहीं, मौके पर कार्य कर रहे मजदूरों ने बताया कि वह बीते एक माह से इस निर्माण कार्य को कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद यह निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी ने कहा कि “मेरे द्वारा अपने स्तर से सभी कार्यों की जांच करवाई जाएगी,अगर गूल निर्माण का कार्य वर्तमान में चल रहा है और उसका भुगतान पूर्व में हो चुका है,यदि पूरे मामले में किसी भी अधिकारी और कर्मचारी की संलिप्तता पायी जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।जिसके बाद उनसे वसूली भी की जाएगी।”
अब देखना होगा जिलापंचायत अध्यक्षा द्वारा कब तक ऐसे कामों की जाँच कराके कार्यवाही की जाती है !