नवल खाली
प्रदेश में प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
आपको बताते चलें कि हाल ही में सम्पन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव के बाद ,प्रदेश में भी पंचायत संगठनो के अध्यक्ष चुने जाने की परंपरा है । हालांकि ये संवैधानिक पद नहीं है पर राजनीतिक बर्चस्व को लेकर इन पदों में भी होड़ रहती है।
हालिया विवाद प्रकरण ये है कि चमोली जिले के देवाल ब्लॉक के प्रमुख दर्शन दानु की कुछ तस्वीरें व खबरें अखबारों के माध्यम से आई कि उन्हें ब्लॉक प्रमुख संगठन का अध्यक्ष चुन लिया गया है । वहीं अब पौड़ी के द्वारीखाल से प्रमुख महेंद्र राणा के भी प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने की खबर है।
ऐसे में प्रदेश में प्रमुख संगठन के दो अध्यक्ष हो गए हैं।
बातचीत के दौरान महेंद्र राणा ने बताया कि हमारे पास सँख्या बल है जिस कारण प्रदेश अध्यक्ष पद पर मुझे दुबारा चुना गया है , इससे पहले भी मैं ही अध्यक्ष था।
वहीं जखोली ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल जिनको कि इस खेमे से प्रदेश उपाध्यक्ष चुना गया है उनका कहना है कि हालांकि ये संवैधानिक पद नहीं है परंतु महेंद्र राणा पूर्व के अध्यक्ष भी रहे हैं ,ऐसे में बिना उनकी उपस्थिति के कैसे दर्शन दानु अध्यक्ष पद पर खुद को बता रहे हैं समझ से परे है।
वहीं जब हमने दर्शन दानु से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि कुल 70 में से 50 लोग हमारे साथ हैं , वहीं ममता जल्होत्रा, रवि कन्याल व राजेन्द्र भंडारी को इन्होंने महामंत्री बनाया है ,वो भी अब खंडन दे रहे हैं।
और महेंद्र राणा व उनके सदस्यों द्वारा झूठी बात फैलाई जा रही है कि जोतसिंह बिष्ट जोकि इस संगठन के संरक्षक भी हैं वो इस मीटिंग में उनके साथ थे।
ऐसे में ब्लॉक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अब दोनों में विवाद खड़ा हो गया है । और दो खेमो में बंट गया है।
ऐसे में यदि भविष्य में कभी बीडीसी सदस्यों को अपनी किन्ही समस्याओं की वजह से आंदोलन करना पड़े या अपने प्रतिनिधि मंडल को समस्याओं से अवगत करवाना पड़े तो बड़ी दिक्कतें आ सकती हैं।