हर्षमणि उनियाल
टिहरी गढ़वाल (बालगंगा रेंज)
टिहरी जिले के घनसाली के बालगंगा रेंज के केमरसौड़ गांव में जंगली जानवरों को फंसाने के लिए लगाए गई फांसी के फंदे पर गुलदार का शावक फंस गया। गुलदार के शावक के फांसी पर फंसने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने बालगंगा रेंज को दी, जिसके बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर गुलदार के शावक का रेस्क्यू कर फांसी से छुड़वाकर पिंजरे में कैद किया, लेकिन पिंजरे में कैद करते ही शावक ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों के पसीने छूट गए।
हैरानी की बात यह है कि वन विभाग द्वारा बिना डॉक्टरों की टीम और बिना एक्सपर्ट के गुलदार के शावक का रेस्क्यू किया, जिसके बाद शावक की मौत हो गई।
गुलदार की सुरक्षा के लिए एक और सरकार लाख दावे कर रह है, वहीं बालगंगा रेंज का वन विभाग सवालों के घेरे में नजर आ रहा है कि आखिर खुले जंगल में किसके द्वारा फांसी लगाई गई, जिसमें फंसकर गुलदार के शावक की मौत हो गई।