मनोज नौडियाल
कोटद्वार। शिक्षा के इस उजियारे को सरकार घर घर पहुंचाने की कोशिश तो कर रही है, लेकिन उसकी कोशिशें परवान नहीं चढ रही हैं लेकिन इसी समाज में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सरकार की इन कोशिशों को निस्वार्थ भाव से पंख देने का काम कर रहे हैं।
कोटद्वार मे पदमपुर निवासी प्रेरणा रावत अपने सीमित संसाधनों के बावजूद ऐसे पचास गरीब बच्चों को शिक्षित कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के काम में लगी हैं जो झुग्गी झोपड़ियों व नदियों में काम करने वाले परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
इन बच्चों को प्राथमिक जानकारी देने के बाद इन्हें सरकारी स्कूल में आगे की पढ़ाई के लिए दाखिला भी दिला रही हैं।पिछले सत्र में प्रेरणा रावत ने करीब 20 बच्चों का दाखिला कराया। इस समय झुग्गी झोपड़ी के करीब 60 बच्चों को अपने पास पढ़ाने का काम कर रही हैं।
प्रेरणा रावत को उनके इस सराहनीय कार्य के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा पुरष्कृत भी किया गया है।
प्रेरणा रावत द्वारा महिलाओं को राेजगार के लिए प्रेरित करते हुए उनको कागज के लिफाफे बनाने का प्रशिक्षण भी दे रही हैं ताकि वे अपने पैरों पर खडी हो सकें।