कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड के किच्छा में लॉक डाउन के दौरान दूल्हे को अगवा करने पहुंचे कथित यू.पी.पुलिस कर्मी और दुल्हन के पिता और भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज। निकाह को लॉक डाउन खुलने के बाद करने के बाद से नाराज दुल्हन पक्ष ने उठाया था ये आपराधिक कदम।
उधम सिंह नगर जिले के पुलभट्टा थाने में अबरार हुसैन ने सात अप्रैल को एफ.आई.आर.दर्ज कर कहा की उनके बेटे समीर सैफी की 5 अप्रैल को किच्छा से उत्तर प्रदेश के देवरनियां में बारात जानी थी। लेकिन 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन हो गया, जिसके बाद निकाह तो टल गया लेकिन सात अप्रैल की रात कुछ लोग यू.पी.पुलिस की वर्दी में उनके घर पहुंचे। कहा गया कि दुल्हन के पिता अल्ताफ, भाई आबिद, दो सब इंस्पेक्टर और दो कॉन्स्टेबल उनके घर आए। उन्होंने उनके लड़के को जबरन यू.पी.ले जाने और शादी कराकर दोनों को वापस छोड़ने की बात कही। पुलिस के इस कदम पर डरे हुए पिता अबरार हुसैन ने देवरनिया कोतवाल को फोन कर जनाकारी दी
। कोतवाल ने इन लोगों को पहचानने से साफ इनकार कर दिया और इन्हें पुलिस के हवाले करने को कहा। देवरनिया कोतवाल की इन बातों को सुनकर सभी छह लोग गाली गलौच करते हुए भाग गए। इस बीच परिवार वालों ने सभी लोगों की वीडियो भी बना ली।
पुलिस ने बताया कि पुलभट्टा थाने में एक तहरीर आई जिसमे कुछ अज्ञात यू.पी.पुलिस कर्मी बताए जा रहें हैं। उनपर मुकदमा लिख दिया गया है और यू.पी.पुलिस को पत्राचार कर उनसे इनके बारे में जानकरी जुटाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद कड़ी करवाही की जाएगी।