कमल जगाती, नैनीताल
लॉक डाउन में पूरा गांव बन गया बिहार का दशरथ मांझी। उत्तराखण्ड के नौकुचियाताल में ग्रामीणों ने लॉक डाउन में छूट के दौरान वर्षों से लटकी सड़क बनाने के लिए श्रमदान किया और घर पहुंचा दी गाड़ी।
नैनीताल जिले में नौकुचियाताल के खड़की गांव के ग्रामीणों ने लॉक डाउन के दौरान मिली छूट में श्रमदान कर अपने गांव को जाने वाले संकरे मार्ग को मोटर मार्ग में बदल दिया। लॉक डाउन में सवेरे सात बजे से एक बजे तक छूट के दौरान ग्रामीणों ने जरूरत का सामान खरीदने के बजाए मिलकर सड़क बना दी। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए गांव के युवकों ने सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले औजार से रास्ता बनाना शुरू किया।
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मुख्य सड़क से खड़की गांव की दूरी तीन किलोमीटर की है जिसे ग्रामीणों ने तैयार कर दो पहिया वाहन के लिए रास्ता तैयार कर लिया है और जल्द हल्के चौपहिये भी चल जाएंगे। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व ब्लाक प्रमुख ने छः लाख की धनराशि इस रास्ते के लिए दी थी, लेकिन इसका रखरखाव नहीं हो सका। मार्ग, झाड़ियां और पहाड़ से गिरी मिट्टी के कारण बंद हो गया था।
आज ग्रामीणों ने लॉक डाउन के समय इसको खोल दिया और गांव तक दोपहिया पहुंचा दिया। छोटी गाड़ियों के लिए भी गांव के युवाओं ने मार्ग के चौड़ीकरण का काम किया। क्षेत्र में लगभग 40 परिवार रहते हैं जिनके युवाओं ने परेशानी से बचने के लिए सोशियल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सड़क का निर्माण किया।