कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बाद ही सोशल डिस्टेंसिंग में आ पाएंगे वापस
देहरादून। कोरोना और लॉकडाउन के चलते विभिन्न प्रदेशों में फंसे उत्तराखंडियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। इसके लिए भारत सरकार ने कल गाइडलाइन जारी कर ऐसे लोगों को अपने मूल प्रदेशों में जाने की अनुमति दी है।
उत्तराखंड के सीएम ने दिया लिंक
अब रोजगार या अन्य किसी काम से दूसरे प्रदेशों में फंसे पर्यटक, प्रवासी श्रमिक व छात्रों को उत्तराखंड लाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई। इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि संबंधित राज्य सरकारों से संपर्क करें और वहां फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने की व्यवस्था की जाए।
ऐसा है प्रवासियों के पंजीकरण का फार्मट
मुख्यमंंत्री ने अपील जारी करते हुए कहा है कि मेरा सभी से अनुरोध है कि कुछ धैर्य व संयम रखें। वापसी के लिए सभी मानकों के अनुसार उचित प्रबंध किए जाएंगे।
लोगों को उत्तराखंड वापस लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए आईएएस शैलेष बगौली को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। ऐसे में सर्वप्रथम राहत शिविरों में रह रहे लोगों को उत्तराखंड लाया जाएगा और फिर और सभी लोगों को भी वापस लाया जाएगा।
घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। अब जो भी बाहरी राज्यों से उत्तराखंड लौटना चाहते हैं, उन सभी को स्मार्ट सिटी का फॉर्म भरना होगा। साथ ही इस लिंक http://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php पर अपना पूर्ण विवरण भराना होगा। उसके बाद इन लोगों को नोडल अधिकारियों की मदद से स्क्रीनिंग व जांच की जाएगी। यदि उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव निकली तो उन्हें उत्तराखंड लाया जाएगा। यहां लाने के बाद उन्हें १४ दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा।
बताते चलें कि वर्तमान में जारी लॉकडाउन का समय ३ मई को खत्म होने वाला है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि लॉकडाउन खत्म होते ही भारी संख्या में लोगों में घर वापसी की होड़ लग जाएगी। ऐसे में व्यवस्था बनाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है कि किसी भी हालत में भीड़भाड़ को एकत्र नहीं होने दिया जाएगा।