उत्तराखंड से कल रात सस्ते में छूट जाने के बाद अमनमणि त्रिपाठी दबंगई दिखाते हुए हरिद्वार में भी अपना रसूख दिखाते हुए जमकर उत्पात मचाते रहे और आखिरकार हरिद्वार बॉर्डर पर पुलिस से उलझ भी गए। इसके बाद नजीबाबाद पुलिस ने अमनमणि त्रिपाठी को गिरफ्तार कर दिया। हालांकि अमनमणि को यहां भी लॉक डाउन के वायलेशन के लिए गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनकी दो गाड़ियां सीज कर दी गई है। तथा उनके लाइसेंस भी जब्त कर लिए गए हैं।
बिजनौर पुलिस के द्वारा कहा गया कि रूटीन चेकिंग के दौरान अमनमणि त्रिपाठी को रोका गया था और उनको एपिडेमिक एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस विधायक की बद्रीनाथ यात्रा से अपना पल्ला पूरी तरह झाड़ दिया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
उत्तराखंड पुलिस अमनमणि त्रिपाठी को ज्यादा देर गिरफ्तार करने का दम नहीं दिखा पाई। हालांकि फिर हरिद्वार पुलिस ने भी इनके खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कर ही दिया।
हरिद्वार पुलिस का कहना है कि इन लोगों को चेकिंग के दौरान रोका गया। लेकिन इन्होंने गाड़ी नहीं रोकी जिसके कारण का घेरा बंदी करके रुकवाया गया।
यहां तक कि जब अमनमणि त्रिपाठी ओम प्रकाश द्वारा जारी कराए गए पास पर कर्णप्रयाग तक भी पहुंच गए इसके बावजूद चमोली के डीएम और एसपी ने उनको सिर्फ वापस लौटाने की ही कार्रवाई की, जबकि लॉक डाउन उल्लंघन सहित प्रशासन से उलझने के चलते उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया जाना चाहिए था।
जब एसडीएम वैभव गुप्ता ने उन्हें लौटाया तो फिर पर्वतजन में सर्वप्रथम यह खबर वायरल होने के बाद मुनी की रेती थाने की पुलिस ने उनके खिलाफ लॉक डाउनलोड उल्लंघन का मुकदमा दर्ज कर दिया था और मुचलके पर उन्हें छोड़ दिया था।
यहां से फिर से उधम काटते हुए हरिद्वार के लिए निकले लेकिन हरिद्वार बॉर्डर पर फिर उलझ गये। आखिरकार नजीमाबाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर दिया।