घर मे कार्य कर रहे बुजुर्ग पर जंगली सुअर का हमला। बाल बाल बचे महिला एवं बच्चे
हर्षमणि उनियाल
घनसाली विधानसभा के ग्राम वाड छैली में अपने घर पर कार्य कर रहे 63 वर्षीय जमन सिंह राणा जो अपने क्षेत्र के वनसरपंच भी है पर जंगली सुअर ने जानलेवा हमला कर दिया ।
यह घटना आज शाम 5 बजकर 30 मिनट पर घटित हुई।
इस पूरे घटनाक्रम में जंगली सुअर ने बुजुर्ग जमन सिंह के पैरों पर हमला कर दिया।
इस हमले में बुजुर्ग के बाएं पैर में गहरा घाव बन गया ।
गनीमत यह रही कि वही घर के खलिहान में बच्चे भी खेल रहे थे जो बुजुर्ग जमन सिंह के बीच मे आ जाने के कारण सुरक्षित बच गए।
लेकिन बच्चो को बचाने के चककर में जमन सिंह पर सुवर ने हमला कर दिया।
जंगली सुवर के अचानक घर पर हुए इस हमले में घर मे चीख पुकार मच गई ।
गाँव के कुत्ते भी सुअर के पीछे आगे और स्थानीय लोग भी इसी बीच बीच बचाव में उतर आए।
लोगों द्वारा सुवर पर पथराव किया गया जिसमें भागते हुए उक्त सुवर को गाँव के बीच मे ही मौत गिरा दिया गया।
गाँव के निवासी सूरबीर सिंह रावत उम्र 65 वर्ष ने बताया कि गाँव मे अचानक हुए इस हमले से दहशत का माहौल है।
जंगलात विभाग को उक्त घटना की सूचना दी गयी है .
वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर पहुंचे फोरेस्टर विजेंद्र ने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
8 बजकर 20 मिनट पर फोन पर वनक्षेत्राधिकारी प्रदीप चौहान ने बताया कि उन्हें अभी घटना का पता लगा है और वह अब घटनास्थल की और जा रहे है।
सुअर की स्थिति को लेकर उन्होंने जानकारी ना होने की बात कही है।
वही बुजुर्ग पर हुए हमले को लेकर उनका साफ कहना है कि वह इस बात को नही कह सकते है कि वाकई उन पर सुअर ने हमला किया होगा।
घायल बुजुर्ग जमन सिंह जो कि वनसरपंच है, ने कहा है कि उन पर सुअर ने ही उनके आंगन में हमला किया है और उनके बयान के अनुसार उक्त सुअर को अब स्थानीय लोगों द्वारा मार दिया गया है।
स्थानीय निवासी सूरबीर सिंह रावत और सोनी सिंह राणा ने जंगलात विभाग की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल उठाए है।
उनका कहना है कि जहाँ एक तरफ अबतक जंगली जानवर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे थे वही अब रिहायशी इलाकों में ग्रामीणों पर होने वाले इस तरह की हमले चिंता का विषय बन गया।
जंगलात विभाग पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।
खबर लिखे जाने तक घायल जमन सिंह का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर में इलाज चल रहा है।