मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के चिकित्सक की जांच रिपोर्ट कल पॉजिटिव आई थी और आज निगेटिव आ गयी है।
सीएम ने कराई थी इनसे जांच
एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने अपनी जांच इन्हीं डॉक्टर से कराई थी और अब डॉक्टर के ही पॉजिटिव आने के बाद मुख्यमंत्री ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था।
गौरतलब है कि चिकित्सक का सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ भेजा गया था। जहां से इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद 5 दिन गुजर गए।
पांच दिन पहले भेजी थी रिपोर्ट
जब रिपोर्ट आई तो फिर सीएमओ ने इस रिपोर्ट पर शक जाहिर करते हुए दोबारा से सैंपल लेकर जांच कराई। अब रिपोर्ट फिर से नेगेटिव आई लेकिन इनका सैंपल जब 5 दिन पहले भेजा गया था तब वह पॉजिटिव आई थी।
5 दिन में काफी कुछ बदल जाता है। हो सकता है कि डॉक्टर के अंदर वायरल लोड कम होने से डॉक्टर जल्दी रिकवर हो गये।
मुख्यमंत्री ने अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए थे।
अब फिर से रिपोर्ट डॉक्टर की नेगेटिव आने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित अन्य ने चैन की सांस ली है। uहालांकि इस बीच यह चिकित्सक कोरोनेशन अस्पताल भी गए थे और कुछ लोगों को भी मिले थे।
बहरहाल जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद एक ओर चंडीगढ़ की लैब पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
चंडीगढ़ लैब पर शक
सीएमओ बीसी रमोला ने कहा है कि जब दून लैब में फिर से जांच कराई गई तो सारी रिपोर्ट नेगेटिव आई।
डीएम और शासन की अनुमति से दोबारा से इनका टेस्ट कराया गया था। सीएमओ ने कहा कि अब चंडीगढ़ की निजी लैब को सैंपल नहीं जाने देंगे।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों का मनोबल नहीं गिरने देंगे। गौरतलब है कि चंडीगढ़ में पॉजिटिव आने के बाद दूध लैब में 7 डॉक्टर और 17 स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोनावायरस रिपोर्ट निगेटिव आई है।
इसमें वह चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल है जिनकी रिपोर्ट कल पॉजिटिव आई थी।