उत्तराखंड के सीमांत मे भारी बरसात। बाजारों में घुसा मलबा। पुल और जानवर बहे
रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड के मुनस्यारी में शनिवार देर रात भारी बरसात होने से कई महत्वपूर्व मोटर पुल और पैदल पुल टूट गए। भारत से चीन को जाने वाला मुख्य मार्ग पिछले 14 घंटों से अबतक बन्द पड़ा है। दोपहर की बरसात के बाद शनिवार रात फिर से भारी बारीश हो गई। पिथौरागढ़ जिले में मुनस्यारी के उप जिलाधिकारी कार्यालय से बरसाती नाला बहने लगा। पानी के बहाव ने कार्यालय की दीवार तोड़ दी। नालों का रुख बाज़ार की तरफ बदल गया, जिससे दुकानों और आवासों में मलुवा घुस गया। हालातों को देखते हुए रात में ही लोनिवि और प्राइवेट जेसीबी लगाई गई जिसके बाद नाले का रुख पलटा गया।
जानकारी के अनुसार मुनस्यारी के छोरी बगड क्षेत्र में चार मकान समेत कई मवेशी बह गये हैं। नदी नालों के उफान पर आते ही छोटे बड़े पुल जिला मुख्यालय से मुनस्यारी का सम्पर्क टूट गया है। जिले में ही जौलजीबी मुनस्यारी राजमार्ग पर बना सैन्थल पुल बह गया है। थल से मुनस्यारी जाने वाले मार्ग पर कई स्थानों पर सड़क बह गई है। बरसात से एक दर्जन से ज्यादा मकान गिर गए हैं। जबकि धापा गांव मे एक बच्चे पर मकान गिरने से चोट आई है।
चीन सीमा को जोड़ने वाला एक मुख्य मोटर मार्ग और एक पैदल पुल टूटने से चीन सीमा का सम्पर्क कट गया है। पिछले 14 घण्टे से चीन सीमा मार्ग बन्द पड़ा है। जिमी घाट का वैली ब्रिज और चिलम धार का पैदल पुल बह गया है और रास्ता मलवे से पटा हुआ है। जौलजीबी मुनस्यारी मार्ग पर दाराती के पास धपुवा नदी पर बना पुल भी पानी के तेज बहाव में बह गया। जिस कारण मुनस्यारी का जौलजीबी मार्ग बन्द हो गया है। सभी मार्ग टूटने के कारण घटनास्थल पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं।