चीनी सैनिकों से मुठभेड़ के बाद घायल हुए हवलदार नेगी का निधन। परिजनों में शोक की लहर
– लद्दाख की गलवान घाटी में चीनियों को सिखाया था सबक
रिपोर्ट- राजेश आर्य
उत्तराखंड। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में घायल हुए हवलदार बिशन सिंह नेगी ने सेना अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शहीद हवलदार बिशन सिंह नेगी के पार्थिव शरीर को उत्तराखंड के उनके गांव में लाया गया है। हवलदार नेगी के शहीद होने से जहां एक ओर उनके परिजनों में शोक की लहर है वही पूरे इलाके में हवलदार नेगी को उनकी बहादुरी के लिए याद किया जा रहा है।
बताया गया है कि, हवलदार बिशन सिंह नेगी गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में घायल हो गए थे, उसके बाद उनको लेह के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां कुछ दिनों इलाज करने के बाद हवलदार नेगी फिर गलवान घाटी में चले गए। गलवान घाटी में पहुंचकर हवलदार नेगी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई। हवलदार नेगी को चंडीगढ़ के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान वह शहीद हो गए। बताया गया है कि, हवलदार नेगी ने गलवान घाटी में हुई झड़प में कई चीनी सैनिकों को मुंह तोड़ जवाब दिया था।