आबकारी विभाग की दबंगई, राजाजी पार्क में खोल दिया ठेका
– पार्क के वन्यजीवों पर मंडराने लगा खतरा! हॉफ ने दिए जांच के आदेश
रिपोर्ट- अनुज नेगी
देहरादून। हमेशा से विवादों में रहने वाले आबकारी विभाग की दबंगई एक बार फिर देखने को मिली है। आबकारी विभाग व राजाजी पार्क के अधिकारियों की मिलीभगत से राजाजी टाइगर पार्क में शराब का ठेका खोल दिया गया। राजाजी टाइगर पार्क की गोहरी रेंज के गरुड़ चट्टी नीलकंठ मोटर मार्ग पर राजाजी पार्क के अधिकारियों व आबकारी विभाग की मिलीभगत से पार्क क्षेत्र में शराब का ठेका खोल दिया गया, जिसके कारण अब पार्क के वन्यजीवों पर खतरा मंडराने लगा है। मगर पार्क के भर्स्ट अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को भूल कर वन्यजीवों की जिंदगी से खेल रहे है।
सांसद प्रतिनिधि नितिन गोला ने पीसीसीएफ वन्य जीव (हॉफ) को शिकायती पत्र भेजकर अवगत कराया है कि, राजाजी टाइगर पार्क के गोहरी रेंज में गरुड़ चट्टी नीलकंठ मोटरमार्ग पर जो शराब का ठेका खोला गया है। वह भूमि राजाजी पार्क के अंतर्गत आती है। नीलकंठ मोटरमार्ग पर गरुड़ चट्टी में शराब के ठेका खोले जाने के विरोध में स्थानीय जनता ने भी भारी विरोध किया गया था, जिस पर जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया। जिस पर संयुक्त जांच रिपोर्ट पर पीडब्लूडी के जेई बनबीट अधिकारी ने मौके पर वन विभाग की भूमि होने के कारण संयुक्त जांच रिपोर्ट में हस्ताक्षर से मना कर दिया था, बावजूद वन गोहरी रेंज के क्षेत्राधिकारी धीर सिंह के द्वारा शराब व्यवसाय के साथ सांठगांठ कर अपने हस्ताक्षर से वन भूमि को राजस्व विभाग के खसरा नंबर दिखाकर सरकारी भूमि पर अवैध शराब की दुकान खुलाने का काम किया।
ग्रामीणों द्वारा सांसद प्रतिनिधि नितिन गोला से इस प्रकरण में शिकायत की गई जिस पर सांसद प्रतिनिधि के द्वारा पीसीसीएफ वन्य जीव (हॉफ) को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए शिकायती पत्र लिखकर उचित कार्रवाई व उक्त भूमि से शराब ठेका को हटाने को कहा गया है।
राजस्व विभाग व आबकारी विभाग ने हम से किसी भी तरह की अनुमति नही ली गई है ओर दीवाली के बाद हम उक्त भूमि का सर्वे करेंगे और अगर उक्त भूमि पार्क की निकली तो तुरंत उचित कार्यवाही की जायेगी। – ललित प्रसाद टम्टा – वन्यजीव प्रतिपालक राजाजी पार्क।
डबल इंजन की सरकार प्रदेश में शराब को अधिक बढ़ावा दे रही है। राजाजी पार्क क्षेत्र व गंगा के तट पर शराब की बिक्री से वन्यजीवों को खतरा तो होगा ही साथ ही गंगा के तट पर शराब की बिक्री से पूरे विश्व मे योग नगरी के प्रति गलत मैसेज जाएगा जिसका जिम्मेदार प्रदेश सरकार होगी – रमेश बोड़ाई, वन्यजीव एवं पर्यावरण प्रेमी।