नवनिर्मित कंडोलिया पार्क चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, बेरोजगारों के साथ बड़ा धोखा
– सवालों के घेरे में कंडोलिया पार्क रिजॉर्ट की टेंडर प्रक्रिया
रिपोर्ट- अनुज नेगी
पौड़ी। एक ओर प्रदेश सरकार पहाड़ो में रोजगार को बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं चला रही है, वही दूसरी ओर सरकार के अधिकारी अपने चहेतों को करोड़ों रुपये का लाभ पहुंचने में अपनी कोई कसर नही छोड़ रहे है, जिससे स्थानीय लोगो में सरकार व प्रशासन के प्रति काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
ताजा मामला जनपद पौड़ी के मुख्यालय में बने नवनिर्मित कंडोलिया पार्क रिजॉर्ट का है, जिसमे कण्डोलिया पार्क में रेस्टोरेंट और कॉटेज के लिए जिलाधिकारी पौड़ी धीरज गर्ब्याल द्वारा 19 जनवरी को एक समाचार पत्र में टेंडर प्रकाशित किया गया था, जिसमें कहा गया कि, निविदा फॉर्म किसी भी कार्य दिवस पर पर्यटन विभाग से प्राप्त कर सकते है, मगर अब ये टेंडर प्रकिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने लगी है।
आपको बतादें कि, जब आवेदनकर्ता पर्यटन कार्यालय निविदा फार्म खरीदने गए तो पर्यटन विभाग के अधिकारी द्वारा आवेदन पत्र का मूल्य 2,360 रुपये बताया गया, आवेदन पत्र का इतना ज्यादा मूल्य देख बेरोजगार युवा आक्रोशित हो गए है। बता दें कि, निविदा की प्रक्रिया इतनी कठिन है कि कोई भी बेरोजगार युवा आवेदन न कर सकें, टेंडर प्रक्रिया में एक करोड़ का टर्न ओवर और दस वर्षों का अनुभव मांगा गया है।
वही सूत्रो की माने तो नवनिर्मित कंडोलिया पार्क रिजॉर्ट को किसी चहेते को दिये जाने के लिए इतनी जटिल व कठिन प्रक्रिया लागू की गई है। वही एक ओर पौड़ी के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल पौड़ी वासियों को कण्डोलिया पार्क रिजॉर्ट के रूप में तोहफा दिये जाने को लेकर वाहवाही लूट रहे है। वही दूसरी ओर स्थानीय व बेरोजगार युवाओं को इस पार्क की टेंडर प्रक्रिया में करोड़ो का टर्न ओवर और दस वर्षों का अनुभव मांग कर बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ कर रहे है। वही इस नवनिर्मित कंडोलिया पार्क का 28 जनवरी को मुख्यमंत्री लोकार्पण करेंगे।