उत्तराखण्ड के जन मानस की आवाज़ उठाने वाले एक निजी चैनल के पत्रकार नवल खाली का फेसबुक एकाउंट उन लोगो द्वारा डिलीट करवा दिया गया जिनको सच की आवाज़ चुभती है। उनके फेसबुक एकाउंट पर अनावश्यक रूप से रिपोर्ट करके उसको डिलीट करवा दिया गया है। क्योंकि नवल लगातार जनहित के मुद्दे उठा रहे थे।
उपनलकर्मियो , कोरोना स्वास्थ्य कर्मियों , कमीशनखोरी , भ्रष्टाचार , तपोवन आपदा पीड़ितों , गैरसैंण को लेकर , पहाड़ों में स्वास्थ्य ,सड़क को लेकर सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ वो लगातार सोशल मीडिया पर आवाज़ उठा रहे हैं।
उनकी आवाज़ दबाने व कुचलने के लिए उनका सोशल मीडिया फेसबुक एकाउंट डिलीट करवा दिया गया है और ये भी हो सकता है कि जल्द उनको झूठे किसी केस में फँसा जेल भेज दिया जाये। जैसा कि त्रिवेंद्र सरकार राज में लगातार पत्रकारों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं इसको देखकर तो यही लगता है कि पत्रकार सुरक्षित नहीं है। उनकी फेसबुक आईडी तक को नहीं छोड़ा जा रहा है, जो कि व्यक्तिगत होती हैं।