इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
रिखणीखाल विकासखण्ड के ग्राम नावेतली की महिलाएं कल दिलीप सिंह रावत व उनकी धर्मपत्नी नीतू रावत के सामने गीत के माध्यम से अपनी सबसे बड़ी सड़क की समस्या रखेंगी |
जैसे आप जानते ही हैं कि केंद्र व प्रदेश सरकार अपनी पीठ थपथपाते नहीं थक रही है कि, हमने हर गाँव को सड़क मार्ग से जोड़ दिया है।सड़क मानव जीवन का मौलिक अधिकार भी है व सड़क मार्ग से ही गांव का विकास व सभ्यता का मार्ग प्रशस्त होता है।
अब आपको एक ऐसे गाँव की बात बता रहे हैं जो विगत कई सालों से सड़क के लिये कई बार विधायक व शासन से लिखित रूप व टीवी चैनल अखबार,व्हाटसप,फेसबुक,पत्र व व्यक्तिगत बातचीत से अपने लोकप्रिय विधायक जी से अनुरोध करते आ रहे है लेकिन विधायक ढाई-तीन किलोमीटर सड़क नही दे पा रहे है|
विधायक जी हर बार गांव वालों की बात को अनसुना व टाल-मटोल करते जा रहे है।इसका भी एक कारण है यहाँ के एक समाजसेवी जो अक्सर क्षेत्र की छोटी बड़ी समस्याओं को मीडिया में देता रहता है| जो स्थानीय विधायक को अखरती है जिस कारण वे इस गांव की तरफ आंखे मूंदे हुये है| ये गाँव है लैंसडौन विधान सभा,व रिखणीखाल प्रखंड का अति दुर्गम व सीमांत गाँव नावेतली |
पहली बार सड़क के लिए लिया जाएगा थडिया चोंफला लोकगीत का सहारा
अब इस गाँव की महिला मंगल दल ने लोकगीत के माध्यम से अपनी आवाज 10 मार्च 2021 को ग्राम द्वारी में होने वाले महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के मंच से बुलन्द करने जा रहे है।ये लोकगीत माननीय विधायक व उनकी पत्नी श्रीमती नीतू दिलीप रावत व अनेक गाँवो के लोगों की उपस्थिति में गाया जायेगा।ये सड़क निर्माण मार्ग पर आधारित लोकगीत है।