रायपुर ब्लॉक में बीटीसी की बैठक आज सुनियोजित की गई थी जो अपने नियत समय से काफी देर 11:45 पर आयोजित हुई। आयोजित इस बैठक में मूलभूत सुविधाओं से संबंधित सरकारी विभाग ( बिजली पानी और सड़क) से संबंधित विभाग के सक्षम अधिकारियों की उपस्थिति नहीं थी।
जिसे देखकर ग्राम प्रधान संगठन ने इन लापरवाह अधिकारियों का विरोध किया एवं भारी रोष प्रकट करते हुए इस बैठक का पूर्ण बहिष्कार किया।
आपको बता दें कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में बीटीसी की बैठक आयोजित की जाती है परंतु आज जब लगभग सत्र पूरा होने के लिए कुछ ही दिन बचे हैं तो आनन-फानन में इस बैठक को निपटाने का मामला सामने आया है।
रायपुर ब्लॉक के प्रधान संगठन ने कहा की अमूमन ग्राम पंचायत की बैठक में ग्राम विकास अधिकारी भी मौजूद नहीं रहते हैं एवं आनन-फानन में मनरेगा के कार्य निपटाए जाते हैं।
यदि बैठक में कोई अधिकारी उपस्थित भी रहता है तो उसका प्रत्युत्तर यह होता है कि, मैं इन समस्याओं के निस्तारण में सक्षम नहीं हैं।
कुल मिलाकर रायपुर ब्लॉक बदहाली की मार झेल रहा है। एवं यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि इन लापरवाह अधिकारियों की कब नींद खुलती है।