मोरी ब्लाक के आधा दर्जन सीमांत गांवों को जोड़ने वाला जखोल -लिवाड़ी मोटर मार्ग में 5 व 6 किमी के अंतर्गत लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते विगत तीन माह से आवाजाही बंद होने से सीमांतवासी परेशान है। तथा जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर है।
उल्लेखनीय है कि जखोल -लिवाड़ी मोटर मार्ग से मोरी ब्लाक के फिताड़ी, राला,कांसला,रैक्चा, हरिपुर व लिवाड़ी गांवों के सीमांतवासी आवाजाही करते है।मार्ग निर्माण के फैज वन का कार्य पीएमजीएसवाई पुरोला द्वारा किया गया |जबकि स्टेज द्वितीय का काम वेवकोस कार्यदायी एजेंसी द्वारा किया जा रहा है। लेकिन मोटर मार्ग बदहाल पड़ा है। स्थिति यह है कि, मोटर मार्ग के 5 व 6 किमी में लगातार हो रहे भूस्खलन से यह मोटर मार्ग तीन माह से आवाजाही के लिए बंद पड़ा है।ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन भेजकर मोटर मार्ग में वाहनों की आवाजाही बहाल होने तक ग्रामीणों के आने जाने के वैकल्पिक व्यवस्था किये जाने की मांग की है।
सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा राणा ने इस संबंध में जिला अधिकारी को ज्ञापन भेजकर ग्रामीणों की आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है। ज्ञापन में मांग की गई है कि, जब तक मोटर मार्ग आवाजाही के लिए दुरुस्त नहीं हो जाता तब तक वैकल्पिक व्यवस्था बहाल की जाए। कृष्णा राणा का कहना है कि, यदि यही स्थिति रही तो गांव में खाद्यान्न संकट गहरा सकता है ।
ज्ञापन में केदार सिंह,सोवन सिंह,हाकम सिंह,भागी राम,पंचराम,नैन दास,प्यार सिंह,मनीराम, सुनीता राम प्यारी आदि कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर मौजूद है।
इस संबंध में जब वेवकोस निर्माणदायी एजेंसी के अभियन्ता से उनके मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया।