धूम्रपान व मद्यपान जैसी बुरी आदतों से भले ही आम जनता को नुकसान हो रहा हो,लेकिन सरकार की टैक्स कमाई में इससे भारी इजाफा हो रहा है। उत्तराखंड सरकार को शराब, बीड़ी तथा सिगरेट की बिक्री पर टैक्स के रूप में 2482 करोड़़ 88 लाख की कमाई हुई है। यह खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) को राज्यकर विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने आयुक्त कर कार्यालय वाणिज्य कर मुख्यालय से प्रदेश भर में शराब, बीड़ी, सिगरेट पर वसूले गए टैक्स राजस्व की धनराशियो की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में राज्य कर मुख्यालय की लोक सूचना अधिकारी/उपायुक्त नीलम ध्यानी ने वर्ष वार राजस्व का विवरण उपलब्ध कराया है।
एडवोकेट नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड गठन के बाद वर्ष 2001-02 से 2020-21 (फरवरी 2021 तक) शराब पर विभाग ने 1908.54 करोड़ टैक्स वसूला है।
चौकाने वाली बात यह है कि, वर्ष 2020-21 में कारोना काल के 11 महीनों में 2019-20 के 12 महीनों में भी 16 करोड़ रूपये अधिक टैक्स वसूला गया है। इसके अतिरिक्त सिगरेट, सिगार, व तम्बाकूू उत्पादन पर वर्ष 2010-11 से जी.एस.टी. लागू होने (जून 2017 तक) 574.34 करोड़ टैक्स वसूला गया है। इसी प्रकार बीड़ी पर 2010-11 से 2017-18 (जून 2017 तक) 58.51 करोड़ रूपये वैट/सैल्सटैक्स वसूला गया है।
एडवोकेट नदीम को उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार शराब के टैक्स राजस्व 2001-02 के कुल 15.9 करोड़ से 2020-21 में लगभग 15 गुणा होकर 235.26 करोड़ हो गया है।
2001-02 में शराब से टैक्स कमाई 15.9 करोड़ भी जो प्रति वर्ष क्रमशः 18.01, 21.08, 21.57 होते हुये पांच साल में 2006-07 में दुगनी 31.79 करोड़ हो गयी।
2007-08 से प्रति वर्ष क्रमशः 37.62, 50.58, 56,82, 83.98 होते हुये दस साल 2011-12 में पांच गुनी से अधिक 92.12 करोड़ हो गयी।
2012-13 से प्रति वर्ष 108.09, 89.77, 100.55, 145.17 होते हुये 2016-17 में नौ गुुनी से अधिक 146.76 करोड़ हो गयी। 2017-18 से प्रतिवर्ष 185.72, 219.76, 219.5 होते हुुये 2020-21 (फरवरी तक) में लगभग 15 गुणा 235.26 करोड़ रूपये हो गयी है।
एडवोकेट नदीम को उपलब्ध सिगरेट पर टैक्स वसूली के आंकड़ों के अनुसार सिगरेट, सिगार से भी राज्य सरकार की कमाई में वृद्धि हुई है। वर्ष 2010-11 में जहां 28.75 करोड़ रूपये की कमाई हुई वह 2016-17 में लगभग सात गुणा होकर 163.27 करोड़ रूपये हो गयी।
2011-12 में 29.25, 2012-13 में 66.91, 2013-14 में 63.83, 2014-15 में 73.31, 2015-16 में 107,55 तथा 2016-17 में 163.27 तथा 2017-118 में जून तक 41.47 करोड़ रूपये के टैक्स/वैट की वसूली हुई।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम को उपलब्ध बीड़ी पर टैक्स वसूली के आंकड़ों के अनुसार बीड़ी पर 2010-11 में जहां केवल 6.27 करोड़ रूपये की टैक्स वसूूली हुई, वह 2016-17 मे 170 प्रतिशत होकर 10.68 करोड़ रूपये हो गयी। 2011-12 में 8 करोड़, 2012-13 में 13.45 करोड़, 2013-14 में 2.4 करोड़, 2014-15 में 3.56 करोड़, 2015-16 में 11.51 करोड़ ततथा 2016-17 में 10.68 करोड़ तथा 2017-18 (जून 17 तक) में 2.64 करोड़ टैक्स की वसूली हुुई है|