बागेश्वर-
जनपद में पुलिस विभाग के ‘कोतवाली मीडिया ग्रुप में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बागेश्वर द्वारा जारी प्रेस रिलीज अपनी अनोखी लेखनी के चलते दिन भर चर्चाओ मे रही।
देखा जा सकता है किस तरह से मात्र तेरह लाइन में लिखी गई इस सूचना में एक दर्जन से ज्यादा गलतियां मौजूद है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी धारी हमारी मित्र पुलिस के अधिकारी इसके प्रति कितने सजग है।
पुलिस हमेशा अपराध के प्रति लोगो को जागरूक करती रहती है। क्या कोतवाली पुलिस द्वारा राष्ट्रभाषा का यह रूप किसी अपराध से कम है?
स्कूल में यदि हिन्दी लिखने में इतनी गलतियां हम करते हैं तो उसका परिणाम हमें परीक्षा मे नजर आ जाता है। तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि, प्रेस नोट जारी करने वाला व्यक्ति किस तरह की शिक्षा प्राप्त कर यहां तक पहुंचा है।
वैसे पुलिस विभाग बागेश्वर का अपना एक मीडिया ग्रुप भी बना है जिसे पुलिस अधीक्षक महोदय की निगरानी में पुलिस का मीडिया सेल नियंत्रित करता है। यह नया ग्रुप मीडिया के खास लोगों को लेकर बनाया गया है जिनके माध्यम से शायद कोतवाल साहब सुर्खियों में बने रहना चाहते है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि, आला अधिकारियों द्वारा इस तरह की गलतियों के साथ जारी सूचनाओं पर कोई कार्यवाही अमल में लाई जाती है या खबर लिखने वाले पत्रकार पर मुकदमा कायम किया जाता है।
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