गदरपुर
65 गदरपुर विधानसभा क्षेत्र में फिर से एक बड़ा जादू देखने को मिला है, जिसने नगर गाँव ही नहीं बल्कि पूरी विधान सभा को हिला कर रख दिया।
आखिर क्या है ये मैजिक जिसे लोग अपनी भाषा मे जादू बोलते है।
एम्बुलेंस जिसे लोग जीवनदायिनी कहते है।लोग भगवान के बाद डॉ को भगवान का दर्जा देते है और कोरोना काल ने वास्तव में डॉ को भगवान बना दिया है गदरपुर विधानसभा में एक ऐसा मैजिक आया, जिसने पूरी विधानसभा में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया।
यहां आपको बता दे कि, कोरोना काल मे जहां एक ओर सामाजिक धार्मिक व राजनैतिक संगठन बढ़ चढ़कर लोगो की सेवा और स्वास्थ के लिए लगातार काम करते नजर आ रहे है।वही इन्ही संगठनों के कुछ लोग अपनी कीमती गाड़ियों को एम्बुलेंस स्वरूप बनाकर लोगो के बीच दे रहे है।
भले किसी के पास इनोवा गाड़ी हो वैन हो या बोलोरो सभी आज एम्बुलेंस के रूप में लगातार चल रही है।वही गदरपुर विधानसभा के लोकप्रिय विधायक व प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ने भी लोगों की सेवा के लिए एम्बुलेंस का इंतजाम किया और उसे जनता की सेवा के लिए भेजा।
परन्तु मंत्री जी की एम्बुलेंस जनता के बीच आते ही आखिर क्यों मजाक का विषय बन गया?
क्यों होने लगी सोशल मीडिया पर चर्चा?
किस कारण विपक्ष को मिल गया फिर से एक मुद्दा?
बताते चले कि, जिस एम्बुलेंस को मंत्री जी ने जनता के बीच भेजा, वो किसी अच्छी और सुविधा जनक गाड़ी को एम्बुलेंस नही बनाया गया ,बल्कि ऐसी गाड़ी को बनाया गया है पहाड़ परिवर्तन समिति के संस्थापक उमेश कुमार ने हेलीकॉप्टर से पहाड़ी जिलों में राहत अभियान चला रही अपनी टीम के साथियों को दवा,मास्क और सैनिटाइजर की दूसरी खेप पहुंचाई।जिसमे आम तौर पर जनता सफर करना भी पसंद नही करती ओर मंत्री जी ने उसे एम्बुलेंस बना दिया।
यहां तक कि क्षेत्र की जनता ने यह तक कह दिया कि, जो हालात मैजिक गाड़ी के है उस से ज्यादा बुरे हालात वर्तमान में गदरपुर विधान सभा के है।जनता बोली मैजिक एम्बुलेंस नही चुनाव प्रचार वाहन लग रहा है।