बागेश्वर: राजकुमार सिंह परिहार
बागेश्वर जिला चिकित्सालय में तैनात फार्मासिस्ट की कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित होने के बाद सरकारी फाइल के साथ काम करने की फ़ोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई थीं।लोगों ने फ़ोटो पर दिलखोल कर कमेंट भी किये और उनके काम के जुनून को सराहा भी था।
अब प्रभारी चीफ फार्मासिस्ट हरीश ऐठानी ने कोरोना संक्रमण के दौरान उनसे काम कराये जाने और अस्पताल में कई अनियमितताएं होने का आरोप लगाया। उन्होंने कार्यमुक्त किए जाने की मांग करते हुए जिला चिकित्सा अधिकारी को पत्र भी दिया है।
उन्होंने कहा कि, वह जिला चिकित्सालय में फार्मासिस्ट हैं। एक साल से उनको अतिरिक्त प्रभार दिया है। वर्तमान में कोविड काल चल रहा है। जिसके चलते चिकित्सालय में आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसका अलग से कोई स्टॉक नहीं है। इसके अलावा कई लोग चिकित्सालय में दान कर रहे हैं। उसका भी कोई अलग स्टॉक नहीं है।
कहा कि, पूर्व में क्रय किए गए सामान के भुगतान के लिए कंपनी की देनदारियां बड़ी हैं। उनका भुगतान नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि, कोविड काल में सांसद, विधायक समेत कई संस्थाएं जिला चिकित्सालय, ट्रामा सेंटर व डिग्री कॉलेज स्थित कोविड सेंटर की अलग-अलग स्टॉक बुक होनी चाहिए, ऐसा नहीं है। बीमारी की स्थिति में भी उनके पास कंपनी के प्रतिनिधि फोन करके भुगतान करने की बात कह रहे हैं, जिससे उनका उत्पीड़न हो रहा है।
ऐसे में उन्होंने स्टोर के कार्य को आगे संचालित करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए उन्हें इस प्रभार से कार्यमुक्त करने की गुहार लगाई है। जहां एक तरफ वह कोरोना पॉजिटिव हैं। उन्हें आराम की अत्यंत आवश्यकता है और उन्हें इस समय मानसिक तनाव से भी बचना चाहिए। अब ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि, जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं सुचारू कैसे की जाएगी।
वहीं प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल बागेश्वर डॉ0 एलएस बृजवाल व मुख्य चिकित्सा अधिकारी बागेश्वर डॉ0 बी0डी0जोशी से इस पत्र के संबंध में जब हमारे संवाददाता राजकुमार सिंह परिहार ने उनसे दूरभाष पर वार्ता करनी चाही तो दोनों अधिकारियों के फोन की घंटी बजती रही और किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।