स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद पैरोल पर छूटे कैदी अब पुलिस के लिए सिर दर्द बन रहे हैं, जिस पर नजर रखना पुलिस के लिए चुनौती बन रहा है। ये कहना है कुमाऊं के आईजी अजय रौतेला का । उन्होंने ये भी कहा कि, हिस्ट्रीशीटरों पर भी नजर रखी जा रही है ।
नैनीताल के आई.जी.कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छह जिलों के कप्तानों के साथ आई.जी.कुमाऊं ने चर्चा की । आई.जी.अजय रौतेला ने उनसे पैरोल पर छूटे 791 में से लगभग 350 कैदियों पर नजर रखने को कहा है ।
अजय रौतेला ने बताया कि, पैरोल पर छूटे ट्रायल कोर्ट और छोटे केसों में लिप्त कैदियों को कोरोना काल मे अल्प समय के लिए छोड़ा गया है । ये कैदी, बाहर आकर छोटी मोटी घटनाओं को लगातार अंजाम दे रहे हैं ।
ऐसे कैदियों पर नजर रखना बेहद जरूरी हो गया है । इसके अलावा आई.जी.ने कहा कि, मंडल में लगभग 500 हिस्ट्रीशीटर हैं जो इन दिनों शांत बैठे हैं ।
इन हिस्ट्रीशीटरों पर नजर रखकर ये जानकारी जुटाई जा रही है कि, आजकल ये लोग अपना काम कैसे चला रहे हैं ? आई.जी.ने कोविड गाइडलाइन्स का पालन कराने के लिए सभी छह जिलों के कप्तानों को निर्देश दिए हैं ।