इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
चौबट्टाखाल :
आये दिन उत्तराखंड के पहाडों से भी बहुत महिला उत्तपीड़न की खबरे आती रही है | कई मामले सुलझे भी लेकिन अधिकतर मामलों में कार्यवाही हुई ही नहीं, उसके बजाय पीड़ित पर ही उल्टा प्रताड़ित किया जा रहा है | जिन केसों को राजस्व पुलिस हैंडल करती है वो अक्सर बिना न्याय के ही निबट जाते हैं पीड़ितों की आवाज सोने के सिक्को की खनक में दब जाती है |
आज जो मामला आपको दिखा रहे हैं वो जनपद पौड़ी गढ़वाल विधानसभा व तहसील चौबट्टाखाल के ग्राम बड़ेथ (संतुधार)का है |
जानकारी के अनुसार, शांति देवी पत्नी किशोर कुमार बिडालिया ने विगत 22/06/21 को राजस्व पुलिस को सूचित किया कि उसके साथ ससुरालियों द्वारा मारपीट की जा रही है | राजस्व पुलिस द्वारा महिला को मेडिकल लाने की बात कही गई महिला द्वारा मेडिकल करवा कर 23 /06/21 को पट्टी पटवारी को दी गई |
शांति व किशोर की शादी को 12 साल बीत चुके हैं | शांति का कहना है कि, शुरू से ही उसके साथ मारपीट व झगड़ा किया जाता रहा है, पर वो इस इंतजार में थी कि कभी तो उसे परिवार पति का प्यार मिलेगा |
आपको बता दें कि, किशोर बिडालिया सरकारी अध्यापक हैं और जब अध्यापक ही इस प्रकार के कार्यों को अंजाम देगा तो सोचिए कि वो पढ़ने वाले बच्चों को क्या शिक्षा देगा |
राजस्व उपनिरीक्षक द्वारा तत्काल महिला उत्तपीड़न पर कार्यवाही नही की गई बल्कि ठीक 2 दिन बाद दोनों पक्षो के खिलाफ 107/116 शांति भंग का मुकदमा दर्ज कर दिया गया | जिसकी अब 14 /07/ 21 को प्रथम सुनवाई है |
तो अब प्रश्न बनता है कि, पीड़ित पक्ष को आखिर क्यों न्याय नहीं मिला, कोई भी किसी पर भी हमला मारपीट कर दे तो कार्यवाही जब नही होनी है तो फिर ग्रामीण क्यो राजस्व पुलिस के पास जाएं |
जबकि होना ये चाहिये था कि, उसी वक्त राजस्व पुलिस को आरोपी पक्ष पर मुकदमा दर्ज करना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ |
उपनिरीक्षक रिंकज रावत ने कहा कि, 23 को उनके पास मेडिकल रिपोर्ट सहित शिकायत आ गई थी। दूसरे दिन आरोपी पक्ष की भी रिपोट आई, जिसके कारण उन्होंने दोनों पक्षों पर शान्ति भंग का मुकदमा दर्ज किया।
चौबट्टाखाल उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि, जल्द मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
अब सवाल खड़ा होता है कि, उपनिरीक्षक द्वारा शिकायत व मेडिकल मिलने पर भी आरोपी पक्ष पर कोई भी कार्यवाही क्यो नही की गई।