इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल
सतपुली ।
जहरीखाल ब्लॉक के कई गांव में मक्का की फसल पर कीड़े लगने से काश्तकारों को भारी नुकसान हुआ है।
वहीं काश्तकारों का कहना है कि, पिछले साल भी मक्का की खेती पर इसी प्रकार से कीड़ी लग गई थी, जिस कारण पिछले वर्ष भी काश्तकारों को बहुत नुकसान हुआ है और इस वर्ष भी मक्का की पूरी फसल बर्बाद हो गई है।
वही उनके द्वारा कहा गया कि यदि इस प्रकार से फसलों को नुकसान होता रहेगा तो पहाड़ों में कृषि कैसे हो पाएगी ।
कृषि अधिकारी कल्याण सिंह का कहना है कि भारत में वर्ष 2021 में मक्का की फसल पर फॉल आर्मी वर्म नामक नए कीट का हमला होने की प्रबल आशंका जताई जा रही है। यह कीट टिड्डी की तरह पूरी फसल नष्ट करने की क्षमता रखता है।
यह कीट सबसे पहले 2015 में अमेरिका में पाया गया था। इसके बाद 2017 के अंत तक यह 54 अफ्रीकी देशों में से 44 देशों में फैल चुका है। वहां इस कीट ने काफी नुकसान पहुंचाया है। मई, 2018 में कर्नाटक के शिवगोमा में पाया गया। इसके बाद हसन, बेंगलुरू व चिकबालापुर में देखा गया। इसके आंध्र प्रदेश, गुजरात व बिहार में भी पाए जाने की सूचना है। यह कीट एक दिन में एक सौ किमी तक की उड़ान कर लेता है।
आशंका जतायी जा रही है कि यह भी उसी प्रकार का कीट है जो फसलो को नुकसान कर रहा है । इसके उपचार के लिए क्लोरपाइरीफोस या मोनोक्रोटोफोस का 2 लीटर प्रति 40 नाली भूमि हेतु प्रयोग कर इस बीमारी से बचा जा सकता है।