स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले खटीमा के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए नैनीताल के आंदोलनकारियों ने बलिदान दिवस मनाया । उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों से काबिज सरकारों ने शहीदों को भुला दिया ।
आंदोलनकारियों ने तल्लीताल बस स्टैंड स्थित गांधी चौक पर खटीमा कांड की बरसी पर शहीदों को याद किया। धरना प्रदर्शन करते हुए लोगों ने गोलीकांड के दोषियों को सजा देने की मांग रखी।
आंदोलनकारियों ने कहा कि जिन सपनों को लेकर आंदोलनकारियों ने अपनी शहादत दी, राज्य बनने के 20 वर्ष बाद भी वह सपने पूरे नहीं हो सके हैं। बुधवार को पूर्व विधायक और राज्य आंदोलनकारी नारायण सिंह जंतवाल के नेतृत्व में राज्य आंदोलनकारी व कुछ कन्य लोग हाथों में तख्तियां लेकर खटीमा कांड के दोषियों को सजा दिए जाने की मांग करते दिखे।
लोगों ने लोकगीतों के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी। नारायण जंतवाल ने कहा कि आज खटीमा कांड को 26 वर्ष बीत गए हैं मगर सरकार दोषियों को अबतक सजा नहीं दे पाई है। राज्य आंदोलनकारियों ने जिस अवधारणा के साथ अलग राज्य की मांग की थी, आज जल, जंगल और जमीन के वह आधारभूत मुद्दे 20 वर्षों में सरकार ने भुला दिए हैं। अलग राज्य बनने के बावजूद राज्य के नागरिकों को वह लाभ नहीं मिल पा रहे हैं जिनका राज्य आंदोलन के समय सपना देखा गया था।
इस दौरान राजीव लोचन साह, प्रो उमा भट्ट, चंपा उपाध्याय, शीला रजवार, गायत्री, भावना, प्रकाश पांडे, माया चिलवाल, नीलम बिष्ट, दिनेश उपाध्याय, अंजली, गिरीश जोशी, कंचन भंडारी समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।