स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखण्ड के नैनीताल में कुमाऊं डी.आई.जी.का पद संभालने के बाद आज नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि शिकायतों के अलावा वो आकस्मिक छापा मारकर पुलिसिंग का रियलिटी चैक करेंगे ।
वर्ष 2005 में उधम सिंह नगर जिले से ट्रेनिग शुरू करने के बाद नवनियुक्त डी.आई.जी.नीलेश, कुमाऊं और गढ़वाल की अहम जिम्मेदारियों पर रह चुके हैं ।
नीलेश सबसे पहले हरिद्वार के ए.एस.पी.बने, इसके बाद भारत में इतनी छोटी उम्र में एस.पी.उत्तरकाशी बनने वाले पहले आई.पी.एस.बने । दो बार उधम सिंह नगर नागपुर नासिक में भी काम किया है ।
उन्होंने अलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ब्रेन मैपिंग और साइक्लोजी में डॉक्टरेट की उपाधि ली है । वो इससे पहले डी.आई.जी(एस.टी.एफ.), डी.आई.जी.(लॉ एंड आर्डर) रहने के अलावा उत्तराखंड समेत देश के चर्चित साइबर घोटाले पर अहम जानकारियां खोजने वाले अहम व्यक्ति भी हैं ।
इसी उपलब्धि के बाद उत्तराखंड का नाम इंडिया में टॉप 3 में आने लगा है । उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई और ये भी कहा कि वो पहले की तरह किसी भी वक्त भेष बदलकर कहीं भी अकेले पहुंचकर पुलिस के कार्य की समीक्षा करेंगे ।