स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा में फंसे पर्यटकों और स्थानीय लोगों की मदद के लिए भारतीय फौज एक बार फिर से ईश्वरीय रूप धारण का आई है । नैनीताल के दुर्गम क्षेत्रों में फंसे लोगों को रैस्क्यू करने के साथ भूखे लोगों को राशन और खाना मुहैय्या कराया गया है । बाधित सड़कों के कारण फौजी रातभर चलकर सड़क में फंसे पर्यटकों तक पहुंचे ।
नैनीताल से अल्मोड़ा मार्ग में खैरना और कैंची धाम के बीच भूस्खलन(लैंड स्लाइड)के बीच कई पर्यटक अपने परिवारों के साथ फंस गए । दोनों तरफ से सड़क टूट गई जिसके बाद वहां हाहाकार मच गया । प्रशासन को सूचना मिलने के बाद फौज की मदद ली गई । इसके बाद रानीखेत से 14 डोगरा रैजिमेंट मदद के लिए पहुंच गई । फौज के अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन से इसकी जानकारियां ली और फिर 19 अक्टूबर की रात में ही सैनिक पैदल राशन सामग्री और रैस्क्यू का सामान लेकर गांव तक पहुंच गए । जानकारी के अनुसार फौज ने वृद्ध लोगों, बच्चों और यहां तक गर्भवती महिलाओं को भी सुरक्षित स्थान में पहुंचाया । जानकारी के अनुसार 14 डोगरा के 80 अधिकारियों और जवानों ने मुश्किल रैस्क्यू काम किया जो कैमरे में कैद हो गया । उन्होंने कुल 35 से 40 लोगों को रैस्क्यू कर उनतक भोजन पहुंचाया । फौज के जवानों ने अपने कंधों में लोगों को उठाकर रातभर चलकर गंतव्य तक पहुंचाया । इतना ही नहीं, उन्होंने राशन के काटते और पानी की बोतलें तेज बहाव वाली नदी पार कर रास्ते में फंसे लोगों को उपलब्ध कराई । फौजियों ने ग्रामीणों की भी खूब मदद की ।