सतीश डिमरी/गोपेश्वर चमोली ।
आज दिनांक 31 अक्टूबर 2021 को लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती मनाने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण पर एक विचार गोष्ठी जिला बाल विकास व नमामि गंगे के अंतर्गत प्रेरणा निशुल्क कोचिंग सेंटर में आयोजित की गई।
इसके साथ साथ यहां पर महिलाओं की सशक्तिकरण करने संबंधी शपथ ही ली गई। यह कार्यक्रम नमामि गंगे की तत्वाधान में आयोजित किया गया ।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना व एनसीसी रोवर्स रेंजर्स की छात्र छात्राओं ने अपनी अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रतिनिधि दीपिका ने किया ।
इस कार्यक्रम में नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ भालचंद्र सिंह नेगी नहीं कार्यक्रम मैं छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज 21वीं सदी तक भी महिलाएं महफूज नहीं है ।
आई दिन महिलाओं पर अत्याचार की खबरें रोज प्रकाशित होती जाती है आखिर क्या कारण है है कि आज भी महिलाएं प्रताड़ित होती जा रही है और घरेलू हिंसा से लेकर कार्यालय हिंसा तक की शिकार महिलाएं हो रही है।
इसलिए आज ही पुरुष मानसिकता महिलाओं के विकास के मार्ग में बाधक बनती जा रही है इसलिए स्वयं महिलाओं को आगे आकर अपने संघर्षों के माध्यम से अपने आप को आगे बढ़ाने की जरूरत है आज पुरुष मानसिकता के चलते लड़की और लड़के मैं भी कई घरों में भी किया जाता है और लड़के की चाहत में कई प्रकार की हिंसा में बर्बर हिंसा से महिलाओं को गुजरना पड़ता है इसलिए महिलाओं को या छात्राओं को समाज में आगे आकर के इन कुरीतियों का विरोध करना होगा । तभी यह कुरीतियां समाप्त हो पाएगी।
इस कार्यक्रम में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के जीवन पर डा. भालचंद सिंह नेगी जी ने अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही छात्र छात्राओं ने भी लोह पुरुष कि जीवन पर प्रकाश डालने का कार्य किया ।
इस कार्यक्रम में बाल विकास अधिकारी मुख्य अतिथि के तौर पर उनकी साथ मंजू खत्री महिला सशक्तिकरण अधिकारी और नीता रावत बाल विकास समन्वयक दिव्या नेगी जिला बाल विकास परियोजना सहायक बाल विकास सेविका गीता नेगी सुपरवाइजर बाल विकास ने छात्र छात्राओं को बाल विकास योजनाओं की जानकारी देते हुए छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सरकार की योजनाओं पर भी विस्तार से अपनी बात रखें रखते हुए कहा की सरकार ने लड़की की जन्म से लेकर विवाह तक प्रोत्साहन राशि दी जाती है इसके साथ ही छात्राओं के को पढ़ने के लिए भी छात्रवृत्ति की व्यवस्था की है सरकार द्वारा वर्तमान समय में वात्सल्य योजना के तहत कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जिसमें कोविड-19 के दौरान जिन छात्रों की माता या पिता की किसी भी कारण से मृत्यु हो गई हो उन्हें वात्सल्य योजना का लाभ देते हुए उनकी पढ़ाई लिखाई से लेकर उनकी नौकरी तक में आरक्षण की व्यवस्था की गई है।
इस प्रकार आंगनबाड़ियों की माध्यम से आज सरकार लड़कियों को पोस्टिक आहार के रूप में दूध फल तक वितरित कर रही है ।
इसी क्रम में छात्र-छात्राओं ने भी अपनी बात रखते हुए महिलाओं की समस्याओं की संबंध में बाल विकास अधिकारियों को इंगित किया ।
इस क्रम में सुरेंद्र कुमार दीपिका पवन सिंह योगेंद्र दीपक गार्गी भट्ट निशा अवनी सुमन भोपाल राम अवंतिका गढ़िया शिवानी अंकिता की साथ-साथ प्राध्यापक वर्ग मे डॉ गिरजा प्रसाद रतूड़ी डॉक्टर एसपी उनियाल डॉक्टर भावना मेहरा डॉ वंदना लोहानी डॉ मनीष कुकरेती बीपी पोखरियाल डॉ एसएस रावत आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।