23 नवंबर, भिकियासैंण तहसील मुख्यालय पर उत्तराखंड गवर्नमेंट पैशनर्स संगठन रामगंगा भिकियासैंण का धरना आज से चौथे महीने में प्रवेश कर गया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज स्याल्दे विकासखंड के पैशनर्स ने धरना दिया। धरना स्थल पर आन्दोलनकारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए और जन गीतों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष तुला सिंह तड़ियाल ने कहा कि, कैबिनेट की बैठक में गोल्डन कार्ड से संबंधित प्रस्ताव पारित हुए एक माह पूरा होने को है परन्तु अभी तक शासनादेश नहीं बन पाया है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में राजनेताओं का कद कितना बौना हो गया है और ब्यूरोक्रेसी कितनी प्रभावशाली बन चुकी है।
उन्होंने आगे कहा हमारे आंदोलन को आज़ 91 दिन पूरे हो गए हैं। लेकिन भ्रष्ट नौकरशाहों और दलाल राजनेताओं के अड़ियल रवैए के कारण पैंशन से अभी तक असंवैधानिक कटौती जारी है। जबकि सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय में नवम्बर से कटौती बन्द कर देने का शपथ पत्र दिया हुआ है।
प्रदेशभर में इस अन्याय के खिलाफ़ पैंशनर्स व कर्मचारियों में उबाल नहीं आने से भ्रष्ट नौकरशाह व दलाल राजनेताओं में हिम्मत बंधी हुई है। यही वजह है न तो अभी तक शासनादेश बना और न ही कटौती बन्द हुई।
हम सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि, हम अपने आंदोलन को मुकाम तक पहुंचा कर ही दम लेंगे। बैठक को भगतसिंह बिष्ट, प्रताप सिंह मियां, गोपाल सिंह बिष्ट, बालम सिंह बिष्ट, गोपाल राम, राजू देवी बंगारी, भूपेंद्र सिंह बंगारी, ज्वाला दत्त मठपाल, रमेशचंद्र सिंह बिष्ट, डॉ विश्वम्बर दत्त सती , पूर्व प्रधानाचार्य गंगा दत्त जोशी, देबी दत्त लखचौरा, आनन्द प्रकाश लखचौरा, गंगा दत्त शर्मा, किसन सिंह मेहता, राम सिंह बिष्ट, कुन्दन सिहं बिष्ट, राम सिंह रावत, मदन सिंह नेगी, देब सिंह बंगारी, प्रताप सिंह नेगी, देब सिंह घुगत्याल, आदि लोगों ने सम्बोधित किया।