रुद्रप्रयाग- 24 आसम राइफल में सेवारत सूबेदार रमेश लाल टम्टा का 30 दिसंबर को आकस्मिक निधन हो गया। अंत्योष्टि 31 दिसंबर को राजकीय सम्मान के साथ अगस्तमुनी स्थित सिली गंगातल में सेना के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी।
सूबेदार रमेश लाल टम्टा ने 35 साल देश की सेवा में समर्पित कीये है।
बता दें कि सूबेदार रमेश लाल टम्टा अपने पीछे पत्नी और छह बेटियों को छोड़ गए। सरल शोम्या छवि के कारण आज भी सारा दुर्गाधार बोरा उन्हें याद करता है।
परिवार का अभी भी रो रो कर बुरा हाल है। परिवार को यकीन नहीं हो रहा कि यह कैसे हो गया। बेटी सपना और प्रियंका ने अपने पिताजी को कंधा दिया।
स्वर्गीय रमेश लाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे,यह जानकारी उनके दामाद जयप्रकाश और संजय ने दी ।
पत्नी गुड्डी देवी का अभी भी रो-रो कर बुरा हाल है। सूबेदार के चले जाने से गुड्डी देवी अपना पूरा होशो हवास खो बैठी है।