श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के” शिक्षा विद्यालय परिसर” में शिक्षा विभाग की शोधार्थी ज्योत्सना रमोला को उनके शोध का विषय- उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों का शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रति दृष्टिकोण एवं उसको प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन विषय पर शोध उपाधि प्रदान की गई l यह शिक्षा विद्यालय की पहली शोध उपाधि है l यह शोध कार्य उन्होंने प्रोफेसर एच०सी० पचौरी जी के निर्देशन में पूरा किया है l मौखिक परीक्षा के लिए बाह्य परीक्षक के तौर पर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल (केंद्रीय )विश्वविद्यालय श्रीनगर की शिक्षा विभाग की प्रोफेसर सीमा धवन जी रही l श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर यूo एसo रावत जी, कुलसचिव प्रोफेसर दीपक साहनी जी एवं शोध अधिष्ठाता प्रोफ़ेसर अरुण कुमार , विश्व विद्यालय समन्वयक प्रोफेसर एम० एस० काण्ड पाल और शिक्षा विद्यालय अधिष्ठात्री प्रोफेसर कृतिमा उपाध्याय और शिक्षा विद्यालय के प्रोफेसर आनन्द कुमार डॉ बलावीर कौर डॉ रेखा ध्यानी आदि शिक्षकगण तथा शोधार्थी इस मौके पर मौजूद रहे l शोधार्थिनी ज्योत्सना रमोला ने इस शोध कार्य की उपयोगिता बताते हुए कहा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययनरत छात्रों के लिये यह शोध कार्य बहुत महत्वपूर्ण है l उन्होंने कहा कि यह शोध मूल रूप से मौलिक है और इससे उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों मे शिक्षक प्रशिक्षण के प्रति दृष्टिकोण के स्तर उच्च बनाये रखने में सहायता मिलेगी l
अन्त में बाह्य परीक्षक प्रोफेसर सीमा धवन जी हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल (केंद्रीय ) विश्वविद्यालय श्रीनगर एवं श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव एवं शोध अधिष्ठाता , विश्व विद्यालय समन्वयक और शिक्षा विद्यालय अधिष्ठात्री और शिक्षा विद्यालय समस्त शिक्षक गणो की उपस्थिति में शोधार्थिनी ज्योत्सना रमोला को शिक्षा – शास्त्र में पी-एचडी० की उपाधि की घोषणा की गई।