देहरादून। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य व दून की बेटी स्नेह राणा श्री दरबार साहिब पहुंचीं। उन्होंने श्री दरबार साहिब में मत्था टेका व श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमंहत देवेन्द्र दास जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। स्नेह जब भी विदेश दौरे से दून लौटती हैं, श्री महाराज जी से भेंट व श्री दरबार साहिब के दर्शन
अवश्य करती हैं.
श्री दरबार साहिब की परंपरा के अनुसार स्नेह का स्वागत किया गया. स्नेह अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अब धाक जमा चुकी हैं. हाल ही में स्नेह राणा ने न्यूज़ीलैंड में महिला विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया . स्नेह राणा ने विश्व कप में जिन 3 देशों के खिलाफ तीन मैचों में बेहतरीन आलराउंड प्रदर्शन किया, उन्हीं मैचों में भारतीय टीम विजयी रही. विश्व कप में हरफनमौला प्रदर्शन के चलते स्नेह राणा को संकटमोचक खिलाड़ी के तौर पर पहचान मिली. विश्वकप में यही तीन मैच भारतीय टीम जीतने में सफल रही. उन्होंने बल्लेबाजी ,गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण सहित हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर देश -दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया.
स्नेह राणा कोच नरेन्द्र शाह व परिजनों सहित श्री दरबार साहिब पहुंचीं। उन्होंने श्री महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया व भविष्य की योजनाएं व अनुभव साझा किये। श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने स्नेह राणा को युवाओं का रोल मॉडल बताया व उनकी स्नेह की हौंसलाफजाई की . काबिलेगौर है कि स्नेह राणा श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की ब्रांड एम्बेसडर हैं। श्री महाराज जी ने कहा कि स्नेह राणा उत्तराखण्ड सहित पूरे देश का गौरव हैं। उन्होंने अपने संघर्ष व कड़ी मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि स्नेह राणा को राज्य सरकार की ओर से स्पोर्ट्स कोटे में डी .एस.पी .या अन्य समकक्ष पद पर नियुक्ति दी जाए. कई राज्यों में इस ऐसे प्रतिभावान खिलाडियों के लिए राज्य सरकारों ने स्पोर्ट्स कोटे में बिभिन्न पद सृजित किए हुए हैं.
वर्तमान में स्नेह राणा रेलवे की तरफ से खेलती हैं. स्नेह के पिता का देहांत हो चुका है व माता जी बुजुर्ग हैं. यदि उत्तराखंड सरकार की ओर से इस संबंध में पहल की जाती है तो यह उत्तराखंड़ की बेटी के लिए बड़ा उत्साहवर्धन होगा. स्नेह राणा का श्री दरबार साहिब, श्री झण्डे साहिब, श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज पर अटूट विश्वास व आस्था है। उन्होंने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज को अपनी सफलता का प्रेरणा स्त्रोत बताया। उन्होंने अरदास की कि श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज का आशीर्वाद उन पर हमेशा बना रहे व उन्हें संबल प्रदान करता रहे।