उत्तराखंड के खाद्य विभाग का एक विवादित पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य फिर चर्चाओं में आ गई। जिस पत्र पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने आपत्ति जताई।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने इस पत्र का संज्ञान लेने के लिए मुख्यमंत्री तक को पत्र लिख दिया,जिसके बाद से यह पत्र सोशल मीडिया पर लगातार वायरल होने लगा।
इस मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने एक और विवादित बयान दे दिया, जिसके बाद से वह फिर चर्चाओं में आ गयी। वह कहती हैं कि मैंने किसी की कनपटी पर बंदूक रखकर निमंत्रण नहीं दिया है, जिसको आना है वह अपनी मर्जी से आ सकता है।
अब उनके इस विवादित बयान के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने उन्हें आपराधिक प्रवृत्ति का बता दिया। करण माहरा ने कहा कि जिस तरीके से रेखा आर्या शब्दों का इस्तेमाल कर रही हैं वह किसी आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति द्वारा ही की जा सकती है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे इस मामले में क्या कुछ होता है। हालांकि सीएम धामी ने इस मामले में कुछ भी कहने से मना किया है उनका कहना है कि अभी इस तरह का कोई भी मामला या पत्र मेरे संज्ञान में नहीं है।
क्या है पुरा मामला:
मामला खाद्य मंत्री के निजी कार्यक्रम में विभाग के निमंत्रण का है।रेखा आर्य का एक निजी कार्यक्रम को लेकर बरेली दौरा है, जिसमें एक धार्मिक कार्यक्रम में वे शामिल होने जा रही हैं,लेकिन विवाद उस चिट्ठी से शुरू हुआ जिसमें अधिकारी, कर्मचारियों को उत्तराखंड से बाहर बरेली में होने वाले इस निजी कार्यक्रम के लिए वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बकायदा सरकारी पत्र लिखा गया है।
खाद्य विभाग के अपर आयुक्त पीएस पांगती द्वारा इस पत्र में लिखा गया कि माननीय खाद्य मंत्री जी के कार्यालय द्वारा अवगत कराया गया है कि दिनांक 04.08.2022 से दिनांक 09.08.2020 तक श्री बाबा बनखण्डी नाथ एवं आदरणीय परमगुरू श्री हरि गिरी जी महाराज राष्ट्रीय महामंत्री एवं मुख्य संरक्षक श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा, हरिद्वार की कृपा से बाबा बनखण्डी नाथ मंदिर, जोगी नवादा, बरेली (उ०प्र०) में 108, शिवलिंग किया जा रहा है। मां बगुलामुखी माता एवं नन्दी बाबा की प्राण प्रति प्रतिष्ठा कार्यक्रम किया जा रहा है।
मा० मंत्री जी के कार्यालय द्वारा निमंत्रण पत्र इस आशय के साथ उपलब्ध कराये गये है कि समस्त खाद्य विभाग के अधिकारी / कार्मिकों को निमंत्रण पत्र उक्त आयोजन में आमंत्रण हेतु उपलब्ध करा दिये जायें।
अतः उपरोक्त के क्रम में आमंत्रण पत्र संलग्न कर इस आशय के साथ प्रेषित किये जा रहे हैं कि कृपया अपने अधिनस्थ को भी उपलब्ध कराने का कष्ट करें।”
अब इस पत्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने जो आपत्ति जताई है वह कुछ इस तरह है कि मॉनसून के कारण जहां प्रदेश में कर्मचारी अधिकारियों की छुट्टियां कैंसिल की गई है,सभी को अपनी नियुक्ति स्थल पर रहने के लिए कहा गया है।वहीं, मंत्री अपने विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को निजी कार्यक्रम के तहत निमंत्रण दे रही हैं।
वही दूसरा यह कि कोई मंत्री अपने निजी कार्यक्रम के लिए विभागीय पत्र पर कैसे निमंत्रण दे सकता है।