रिपोर्ट – राजकुमार सिंह परिहार
कपकोट। ब्लॉक सभागार कपकोट में बीडीसी बैठक ब्लॉक प्रमुख गोविन्द सिंह दानू की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि क्षेत्र पंचायत की बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाई गयी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अधिकारी उनका समाधान करें।
उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि विभागीय अधिकारियों से समन्वय एवं संपर्क कर राज्य एवं भारत सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम छोर पर खडे व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्यो पर पैनी नजर रखें तथा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा निर्माण संस्थाओं से भी संपर्क कर विकास कार्यो की सूचनायें प्राप्त करें, व अधिकारियों के साथ मिलकर जन समस्याओं को समाधान करें। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अधिक से अधिक पौधारोपण एवं जल संरक्षण कार्य करने की अपील की। उन्होंने जनप्रतिनिधियों की मांग पर बीडीसी बैठकों में सक्षम अधिकारी उपस्थित रहने के भी निर्देश दियें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि जनपद बागेश्वर में कृषि बाहुल्य क्षेत्र है, कृषि ही कास्तकरों की आय का मुख्य स्रोत है, इसलिए कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, सिंचाई, रेशम विभाग आपसी समन्वय बनाते हुए कार्ययोजना बनाकर कार्य करें, ताकि कास्तकारों को एक साथ सभी विभागीय योजनाओं को लाभ मिल सकें व उनकी आर्थिकी मजबूत हो सकें। उन्होंने निर्देश दियें कि फील्ड स्तर के सभी अधिकारी अपने मुख्यालयों में उपस्थित रहना सुनिश्चित करेंगे तथा जिनकों दो या तीन केंद्रों का प्रभार दिया गया है वे प्रत्येक केंद्र पर उपस्थित रहने का तारिख व समय फोन नंबर के साथ कार्यालय के बाहर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी अधिकारी अनुपस्थित पाया जायेगा उनके खिलाफ कडी कार्रवाही अमल में लायी जायेगी, साथ ही उन्होंने ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण करने के निर्देश दियें व क्षेत्र भ्रमण कार्यक्रम व्हाट्सएप में अनिवार्य रूप से प्रसारित करेंगे। उन्होंने जन प्रतिनिधियों की शिकायत पर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को ग्राम पंचायतों की खुली बैठक में अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने व क्षेत्र में जन समस्यायें सुनने तथा उनके निराकरण करने तथा जो समस्यायें उनके स्तर की नहीं है उन्हें उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाना भी सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं आदि के संबंध में जनप्रतिनिधियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई, सड़क आदि की समस्यायें उठाते हुए विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
जनप्रतिनिधियों द्वारा कृषि विभाग द्वारा गत दो वर्ष पूर्व आंनलाईन पंजीकृत किसानों के बजाय चालू वित्तीय वर्ष में पंजीकृत कृषकों को यंत्र वितरित करने पर नाराजगी व्यक्त कर कारण जानना चाहा व सूची मांगी। साथ ही न्याय पंचायतवार बराबर कृषि यंत्र वितरित करने का अनुरोध किया गया। सदस्य क्षेत्र पंचायत सिमगढी ने उनके क्षेत्र के साथ ही पूरे विकास खंड में जंगली जानवरों से फसल को नुकसान होने का मुद्दा उठाया गया तथा निजात दिलाने व मृदा परीक्षण कराने की मांग रखी, जिस पर कृषि अधिकारी ने कहा कि मोबाईल वैन के माध्यम से क्षेत्र में मृदा परीक्षण कर कार्ड बनायें जायेंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य चौरा ने आपदा से उनके क्षेत्र में कृषि भूमि को भारी नुकसान बताते हुए भूमि संरक्षण कार्य कियें जाने की मांग रखी वहीं प्रधान दयाली ने न्याय पंचायत में कृषि यंत्र व बीज न मिलने की शिकायत की।
जिला उद्यान अधिकारी ने क्षेत्र में उद्यान कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि कपकोट ब्लॉक में 262 कास्तकारों को पॉलीहाउस वितरित कियें गयें हैं, जबकि शामा के साथ ही कर्मी को भी सब्जी उत्पादन का हब बनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि उद्यान केंद्र में 200 किलो0 मटर बीज उपलब्ध है कोई भी कास्तकार बीज ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष कपकोट क्षेत्र में 05 एकड क्षेत्र में सेब लगाया जायेगा, वहीं मशरूम उत्पादन में अब 80 प्रतिशत व पॉलीहाउस में 90 प्रतिशत सब्सिडी कास्तकारों की दी जायेगी। जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने शामा में पशु सेवा केद्र उच्चीकरण की मांग रखी। साथ ही पोथिंग पशु चिकित्सालय व उसके पहुंच मार्ग का मरम्मत कार्य करने का अनुरोध किया।
जनप्रतिनिधियों ने कपकोट ब्लॉक की सडकों की खराब हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए आपदा से बंद सडकों को खोलने, गढ्ढों केा भरने व सडकों पर से मलवा तथा पत्थर हटाने की मांग रखी। क्षेत्र पंचायत सदस्य कमला आर्या ने निर्माणाधीन वाछम-खाती सडक के मलवे से दो मकान व विद्यालय को भारी नुकसान होने की बात कहीं, जिस पर ब्लॉक प्रमुख ने सडक के मलवे से हुए मकानों व विद्यालय के नुकसान की जांच कर आपदा में रखने के निर्देश तहसीलदार को दियें।
महाप्रबंधक उद्योग ने कहा कि मूलभूत आवश्यकताओं के बाद जो जरूरत होती है वह रोजगार है, इसलिए सरकार स्वरोजगार पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना व नैनो योजना की विस्तृत जानकारी दी व क्षेत्र में स्वरोजगार शिविर लगाने का आश्वासन दिया।
बैठक में कपकोट निवासी गोविन्द तिरूवा द्वारा गोबर से निर्मित गमलों व दिये का प्रदर्शन किया गया, जिस पर सभी ने उनकी सराहना की तथा मुख्य विकास अधिकारी ने गोविन्द तिरूवा के कार्यो को प्रोत्साहित करने हेतु सभी अधिकारियों से जैविक गमले व दिपावली पर्व पर जैविक दिये खरीदने को कहा। बैठक में श्रम, बाल विकास, स्वास्थ, आयुर्वेदिक, दुग्ध, पूर्ति, पीएमजीएसवाई, लोनिवि द्वारा विस्तृत जानकारियां दी गयी।
बैठक में पूर्व कबीना मंत्री बलंवत सिंह भौर्याल, ज्येष्ठ प्रमुख हरीश मेहरा, कनिष्ठ प्रमुख रवीन्द्र गढिया, जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी, क्षेत्र पंचायत सदस्य चामू सिंह, भूपेश गढिया, कमला आर्या, हरीश चन्द्र, मनोज कुमार, ज्योति देवी, नंदा देवी, प्रधान महेश सिंह, पुष्पा देवी, विपिन चन्द्र मुन्नी देवी, गंगा देवी, हंसी देवी, बीना देवी, शषि शाही, कमला देवी, तारा सिंह सहित जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 आर0 चन्द्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0एनएस टोलिया, पुलिस उपाधीक्षक अशोक कुमार सिंह, तहसीलदार पूजा शर्मा, महाप्रबंधक उद्योग जीपी दुर्गापाल, आयुर्वेदिक डॉ0 डी पटेल, लीड बैंक अधिकारी एनआर जौहरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज बर्मन, अधि0अभि0 जल संस्थान सीएस देवडी, विद्युत अफजाल सहित अनके जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।