मुकेश कुमार
नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड लालकुआं में लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचारों की शिकायत के बाद पूर्व जी एम के खिलाफ चार्ज शीट की तैयारी ।
इधर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने भ्रष्टाचारों पर पूर्व जी.एम द्वारा समय से जवाब न देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की है। शासन स्तर कि इस कार्यवाही से भ्रष्टाचारियों में मचा हड़कंप।
बताते चले कि समाजसेवी भुवन पोखरिया ने तत्कालीन समान्य प्रबंधक नैनीताल दुग्ध संघ निर्भय नारायण सिंह पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए थे। इस संबध में शासन ने कुमाऊँ कमिश्नर को जांच सौपी थी।
जांच करने के बाद कुमाऊँ कमिश्नर ने ब्यौरा को सही पाया था,उधर भाजपा अनुसुचित जाति मोर्चा हरीश आर्य ने भी भ्रष्टाचार, दुग्ध में मिलावट, संस्था के वाहनों का मौलिक जीवन में उपयोग करने, सरकारी पुंजी का दुरुपयोग, दुग्ध संघ के मेंबर की संपत्ति की जाच और युसीडीएफ में भर्ती कर्मचारियों की जांच करने का शिकायती पत्र सौपा था। वही कुमाऊँ कमिश्नर की ओर से सचिव डेयरी विकास विभाग को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सामन्य प्रबंधक लालकुआँ की ओर से पत्र का जबाब न देना राजकीय कार्यो के प्रति लापरवाही, उदासीनता एवं अनुशासनहीनता का सूचक है।
प्राप्त शिकायतें मूल रूप से संलग्न कर निर्भय नारायण सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यावाही करने की संस्तुति की जाती है। बता दे कि कुछ दिन पूर्व युसीडीएफ के एमडी जयदीप आरोरा ने निर्भय नारायण सिंह को सामान्य प्रबंधक से हटा दिया है। उनके पास सहायक निदेशक डेयरी का पद बचा है।
इधर युसीडीएफ के प्रबंध निदेशक जयदीप आरोरा ने बताया कि इस मामले में शासन ने चार्जसीट तैयार कर ली है जल्द ही इसकी काॅपी जारी कर दी जाएगी तथा इसके बाद डेयरी निदेशक या उप निदेशक स्तर के अधिकारियों को जांच के लिए नियुक्त किया जाएगा। इधर शासन स्तर पर इस कार्यवाही से डेयरी विकास विभाग में हड़कंप मच गया है।