श्रीनगर_
जयप्रकाश नोगई
एक तरफ जहां सरकार नमामि गंगे एवं स्वच्छता अभियान के तहत नदी के पानी को साफ बनाने में करोड़ों रुपए खर्च करती है,वही गढ़वाल की राजधानी एवं कमलेश्वर बैकुंठ धाम स्थली श्रीनगर नगर निगम में 40 वार्डो का कूड़ा अलकनंदा नदी में डाला जाता है,जिससे नदी का पानी दिन प्रतिदिन गंदा होता रहता है।
जब इस मामले में पर्वतजन ने नगर निगम के प्रशासक एवं श्रीनगर एसडीएम नूपुर वर्मा से वार्ता की तो उन्होंने भी इस बात को माना की श्रीनगर में स्थाई ट्रैचिंग ग्राउंड ना होने के कारण समस्त कूड़े को अलकनंदा के समीप डाला जाता था।
श्रीनगर गढ़वाल को नगर निगम का दर्जा जरूर मिल गया हो लेकिन उसके तहत जैविक और अजैविक कूड़ा का निस्तारण की कोई ठोस नीति नहीं बन पाई थी, इसी के तहत श्रीनगर तहसील एसडीएम नूपुर वर्मा ने बताया कि वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण के तहत उन्हें गंगा दर्शन के आगे गिरगांव के समीप जमीन उपलब्ध हो गई है जिसमें स्थाई ट्रचिंग ग्राउंड के लिए 5 करोड़ की धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है जिस पर शीघ्र ही कवायत शुरू हो जाएगी और समस्त श्रीनगर नगर निगम का कूड़ा गिरगांव के समीप जैविक और अजैविक ट्रचिंग ग्राउंड में डंप होगा।