उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी के हत्यारे भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य के रिजोर्ट पर धामी सरकार ने बुलडोजर चला दिया।
अंकिता भंडारी मामले में आज पूरे दिन उत्तराखंड में जगह जगह जमकर हंगामा हुआ। आरोपियों को भी पकड़ लिया गया।
साथ ही उत्तराखंड की जनता ने मांग उठाई कि योगी की तर्ज पर उत्तराखंड में भी क्या चलेगा आरोपियों के घर पर बुलडोजर!
इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए धामी सरकार ने रातो रात पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलवा दिया।
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साथ ही इस मामले में जनता का आक्रोश अंकिता भंडारी केस में विलंब करने वाले पटवारी विवेक कुमार कांडाखाल के लिए भी था। जिसके चलते सरकार ने विवेक कुमार कांडाखाल को निलंबित कर दिया।
पढिए पुरा मामला:
बड़ी ही दुःखद बात है कि गरीब मध्यमवर्गीय परिवारो की बेटियां ज़ब अपने पैरो पर खड़ा होना चाहती हैँ कुछ रोजगार करना चाहती हैँ और घर से निकलकर समाज में अपना कुछ मुकाम बनाना चाहती हैँ तो उनके साथ ऐसी घटनाये हों जाती है।
पौड़ी गढ़वाल के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी जिसने कि यही सोचकर होटल मनेजमेंट का कोर्स किया था कि एक दिन अपने पैरो पर ख़डी होंगी. 16 अगस्त 2022 को ही उसने ऋषिकेश स्थित वन्नतरा रिजॉर्ट में नौकरी जॉइन की थी। ये रिजॉर्ट भाजपा के एक वरिष्ठ नेता विनोद आर्य के बेटे का है।
लड़की को रिजॉर्ट में नौकरी पर रखकर रिजॉर्ट मालिक पुलक़ित उस पर गलत काम करवाने का दवाब बनाने लगा था। ये सारी बातें अंकिता अपने जम्बू में रहने वाले एक दोस्त को whatsapp चेटिंग के दौरान भी बताती रहीं।
अंकिता की इस चेटिंग में इस बात का जिक्र भी है कि रिजॉर्ट मालिक पुलकित ने उसे एक गेस्ट के लिए एक्स्ट्रा सर्विस देने की बात भी कही और बदले में दस हजार रूपये देने क़ी,जिस पर अंकिता ने उसका विरोध किया और ये सारी बाते अपने दोस्त से साझा क़ी थी।
Whatsapp चैट में अंकिता अपने दोस्त को खुलकर वो सारी बाते बता रहीं है कि उसके साथ रिजॉर्ट में क्या कुछ हों रहा है।
अंकिता इन सारी बातों से परेशान रहने लगी थी। 18 सितंबर 2022 की शाम को अंकिता और पुलकित के बीच इन्ही बातों को लेकर विवाद हों गया था,जिस पर पुलकित ने अपने साथी सौरभ भासकर और अंकित से कहा कि अंकिता गुस्से में है इसका मूड खराब है और इसे ऋषिकेश की तरफ लेकर चलते हैँ।
सौरभ ने बताया कि अंकिता मेरे साथ मोटरसाईकील में ऋषिकेश की तरफ गई,वहीं पुलकित और अंकित स्कूटी पर गये। वापसी में पुलकित अंकिता को लेकर स्कूटी पर आया।ऋषिकेश बैराज चौकी से डेढ़ किलोमीटर आगे पुलकित और अंकिता रुके हुए थे। अंधेरा हों चूका था और सौरभ पुलकित और अंकित ने शराब पी और मुमो खाये।
इसी बीच फिर पुलकित और अंकिता के बीच विवाद होने लगा,विबाद इस बात पर शुरू हुआ कि पुलकित को ये पता चल चूका था कि अंकिता रिजॉर्ट की वो बाते अपने साथियों को बताती है, जिसमे पुलकित उसे कस्टमर से संबंध बनाने के लिए कहता था।
बस यही से बात बिगड़ने लगी और अंकिता ने साफ कह दिया था कि तुम्हारे रिजॉर्ट की सारी हकीकत मै बयान क़र दूंगी। इस पर अंकिता ने गुस्से में पुलकित का मोबाइल गुस्से में नहर में फेंक दिया और दोनों के बीच हाथापाई होने लगी।
सौरभ ने बताया कि वो हमसे भी हाथपाई करने लगी तो हमने गुस्से में उसे धक्का दे दिया और वो सीधे नहर में गिर गई । एक दो बाऱ वो पानी के ऊपर आकर चिल्लाई और उसके बाद डूब गई।
शराब के नशे में धुत्त तीनो इस पूरे घटनाक्रम से घबरा गये और बचने का प्लान ढूंढ़ने लगे,लेकिन रिजॉर्ट में काम करने वाले अभिनव और कुश ने अंकिता को इनके साथ आते हुए देख लिया था।
फिर तीनो ने प्लान बनाया,प्लान के तहत अंकित ने रिजॉर्ट के सैफ मनवीर को फोन किया और चार लोगो का खाना तैयार करने के लिए कहा,लेकिन मनवीर ने अचानक पूछ ही लिया कि क्या अंकिता मेडम आपके साथ हैँ जिसपर अंकित घबरा गया और उसने मना क़र दिया।
फिर प्लान के तहत तीनो चुपचाप रिजॉर्ट में आ गये और सेफ मनवीर से अंकित ने कहा कि अंकिता मेडम का खाना मै उसके कमरे में देकर आता हुँ ताकि बाकी रिजॉर्ट कर्मचारियों को ये लगे कि अंकिता कमरे में ही है।
अंकित चुपचाप कमरे में गया और खाना रखकर वापस आ गया।अगले दिन सुबह पुलकित और अंकित हरिद्वार चले गये और पुलकित ने नया मोबाइल और सिम खरीद लिया।
वापस रिजॉर्ट में आने पर प्लान के तहत ही पुलकित ने कर्मचारी सौरभ बिष्ट से कहा कि अंकिता के कमरे में जाओ और उसका फोन लेकर आओ ताकि सौरभ बिष्ट अंकिता के कमरे में जाये और वापस आकर बताये कि अंकिता कमरे में नही है और हुआ भी वहीं जो पुलकित और उसके साथी चाहते थे।
सौरभ ने बताया कि न तो अंकिता कमरे में है न उसका मोबाइल है,फिर प्लान के तहत ही पुलकित ही अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने राजस्व पुलिस के पास गया।तीनो ने पहले ही इस बात की टाइमिंग भी सेट क़र ली थी कि क्या क्या बयान देने हैँ और तीनो ने किया भी बिलकुल वेसे ही लेकिन अंकिता के परिजनों को उनपर पहले ही शक हों गया था।
ऐसे में ज़ब जाँच राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर हुई तो सारे राज 24 घंटे के अंदर ही खुल गये।
पुलकित, अंकित और सौरभ को पुलिस ने गिरफ्तार क़र लिया।