कई अन्य गीतों से हटकर दर्शकों में अलग छाप छोड़ता हुआ महत्वपूर्ण विषय पर बना हुआ यह गीत बहुत ही लोकप्रिय होता जा रहा है। जिसमें उत्तराखंड के लोकप्रिय और उभरते सितारे नियो फरस्वाण ने अपनी आवाज़ दी है ।
प्रदीप फरस्वाण द्वारा लिखा गया है और संगीतकार गुंजन डंगवाल ने इसको अपने सुमधुर संगीत से सजाया हैऔर विडियो “द सिनेमैटिक रोल प्रोडक्शन ” ने किया है ।
घिनुड़ी– गौरैया / sparrow एक पक्षी जिनकी संख्या में पिछले कुछ दशकों से काफी गिरावट दर्ज की गई और अब लुप्तप्राय प्रजाति में आ गई है। इसी गंभीर विषय को ध्यान में रखते हुए गीतकार प्रदीप फरस्वाण ने इस गीत के माध्यम से इंसान और गौरैया के भावपूर्ण रिश्ते का जिक्र किया है |
गीत के हर अंतरे में एक अलग ही रंग है, जो हमारे जीवन में गौरैया के भावात्मक महत्व को दर्शाता है। यकीनन इस गीत से हर किसी को अपने बचपन से बड़े होने तक कि स्मृतियां नजर आएंगी |
इससे पहले नियो फरस्वाण और प्रदीप फरस्वाण साथ में छ्वीयों लगानु कु ढंग, मेरी आँख्यों मा और इक त्यारा बाना जैसे तीन उत्तराखण्डी सुपरहिट गाने दे चुके हैं ।