रिखणीखाल में ” बेटी बचाओ-बेटी पढाओ” पर लगा पलीता
– प्रभुपाल सिंह रावत
रिखणीखाल के ग्राम बयेला में किराये के भवन पर महिला सशक्तिकरण व बाल विकास परियोजना विभाग का कार्यालय है। आये दिन ये कार्यालय अधिकांश बन्द ही देखा जाता है तथा कर्मचारी अपने घर में रूड़की, देहरादून व अन्य जगह पर चले जाते है। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगो ने जिला कार्यक्रम अधिकारी पौडी को दी। जब यह खबर सोशल मीडिया पर चली तो कुछ आंगनवाड़ी कार्यकत्रियो ने दूरभाष पर सामाजिक कार्यकर्ता प्रभुपाल सिंह रावत को अपनी आपबीती व व्यथा सुनायी तो उनसे रहा नही गया।
उन्होंने कहा कि केन्द्र में जो प्रदीप पंवार बाबू जी है वे महिलाओ के साथ अभद्र अकुशल व्यवहार व टिप्पणी करते है। अमानवीय शारीरिक, मानसिक व आर्थिक शोषण कर रहे है। धन की अवैध उगाही वसूली भी करते है। जिसमे आंगनवाड़ी रिखणीखाल इकाई की अध्यक्षा सुषमा का भी सहयोग रहता है। हमे कोई बात पूछने पर रजिस्टर सिर पर पटकते है। धूप में बाहर खडा करते है। सीधे मुंह बात नही करते आदि कयी बाते है। जिसका ब्योरा पूछने पर श्रीमती बीरा देवी मोबाइल नम्बर- 9536699207, गीता देवी मोबाइल नम्बर- 8958784662, ज्योति देवरानी मोबाइल नम्बर 9027652981 व अन्य महिलाओ से मिल सकता है।
इसकी सूचना व पूरी जानकारी आंगनवाड़ी की प्रदेश अध्यक्षा रेखा नेगी ठकुरायन को पता है। लेकिन अभी पन्द्रह दिन बीतने के बाद भी कोई इनकी सुध लेने वाला नही है। इन आंगनवाड़ी महिलाओ की मांग है कि, केन्द्र से प्रदीप पंवार का शीघ्र तबादला हो इसे। वहाँ पर 8-9 साल हो गये है। दूसरा आंगनवाड़ी रिखणीखाल इकाई के संगठन का चुनाव व अध्यक्षा की बदली तुरन्त हो। अध्यक्षा भी 8-9 साल से है। ये महिलाओ का पक्ष न लेकर कर्मचारियो का पक्ष ले रही है। ये भी इसमे प्रदीप पंवार के साथ बराबर की दोषी है।