स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल की झील में घुसी बोरिंग मशीन को मीडिया में खबर आने के बाद 36 घंटे के भीतर क्रेनों की मदद से निकाल लिया गया है । लगभग 3.50 टन की इस मशीन को निकालने में दो बड़ी मशीनों की जरूरत पड़ी ।
नैनीझील में 2018 में समाई प्रसिद्ध मॉल रोड के एक हिस्से को स्थिर करने के मकसद से लोक निर्माण विभाग ने कई एजेंसियों से राय मशवरे के बाद काम शुरू करवाया । भूस्खलन की भेंट चढे, लोवर मॉल रोड के इस हिस्से में, ट्रैफिक चालू रखने के लिए विभाग ने कई प्रयत्न किए ।
काफी उतार चढ़ाव के बाद एक लगभग 3.5 टन की बोरिंग मशीन लगाई गई । सरकारी अधिकारी के अनुसार बीते दिनों की बरसात ने मशीन की जेट्टी को डुबो दिया, जिसके कारण भारी मशीन भी झील की तरफ झुक गई । रविवार को मशीन से डीजल और इंजन आयल निकलकर झील को प्रदूषित करता रहा जिसकी खबर प्राथमिकता से दिखाई।
मीडिया के माध्यम से इस घटना की जानकारी विभागीय अधिकारियों को हुई तो आनन फानन में आज सवेरे एक हाइड्रा क्रेन मंगाई गई । झील की तरफ झुकी बोरिंग मशीन भारी थी, इसलिए सावधानी बरतते हुए विभागीय जे.सी.बी.की भी मदद ली गई । लगभग छह घंटों की कड़ी मेहनत के बाद बोरिंग मशीन को झील से निकाला गया । मशीन को लोक निर्माण विभाग ने अपनी कस्टडी में रख लिया है ।