देहरादून/रुद्रप्रयाग।
उत्तराखंड की विनाशकारी केदारनाथ आपदा में पिता को खो चुकी रुद्रप्रयाग जिले के भीरी गांव की बिटिया तनवी सेमवाल अब अपने डॉक्टर बनने के सपने को साकार कर सकेगी। देहरादून स्थित CIMS एवं UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेजेस ने अपनी समाजसेवी योजना “Super 300 – Mission Education” के अंतर्गत तनवी को बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) कोर्स में पूर्णतः निःशुल्क प्रवेश प्रदान किया है।
तनवी के पिता स्व. सरोज सेमवाल का निधन वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा में हो गया था। इसके बाद आर्थिक रूप से संघर्षरत परिवार की जिम्मेदारी तनवी की मां और छोटी बहन के साथ उस पर भी आ गई। गांव के सरकारी स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद तनवी का सपना था मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाना, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उसका सपना अधूरा लग रहा था।
इसी दौरान CIMS से नर्सिंग की पढ़ाई कर चुकी रुद्रप्रयाग की ही छात्रा पल्लवी ने उसे “सुपर 300” योजना के बारे में बताया और कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया में सहयोग किया। आज तनवी को CIMS कॉलेज में दाखिला मिल गया है और वह अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए तैयार है।
सपनों को दे रहा पंख – Super 300 (Mission Education)
CIMS एवं UIHMT ग्रुप ऑफ कॉलेजेस की “Super 300” योजना उन जरूरतमंद और मेधावी छात्रों के लिए है जो आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते। इस योजना के अंतर्गत हर वर्ष उत्तराखंड के शहीदों के आश्रित, राज्य आंदोलनकारी, आपदा पीड़ित, कोविड अनाथ, लोक कलाकार, साहित्यकार, पत्रकार और कमजोर वर्ग के छात्रों को निःशुल्क उच्च शिक्षा का अवसर दिया जाता है।
वर्तमान में संस्थान में 300 से अधिक छात्र-छात्राएं इस योजना के तहत निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
सत्र 2025-26 के लिए निःशुल्क कोर्स शुरू
इस योजना के तहत पैरामेडिकल, मेडिकल, मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस, होटल मैनेजमेंट और जनरल ग्रेजुएशन कोर्सों में निःशुल्क प्रवेश प्रारंभ हो चुका है। इनमें प्रमुख कोर्स हैं:
पैरामेडिकल एवं मेडिकल कोर्सेज:
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BPT (फिजियोथेरेपी)
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BMLT, BMRT, B.Sc. OTT, B.Sc. Optometry
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MPT, MSc MLT, MPH, MHA
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MSc Microbiology, MSc Biochemistry, MA Yoga
जनरल ग्रेजुएशन कोर्सेज:
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B.Sc. (PCM/ZBC), B.Com, B.Com (H), B.A., B.Lib, M.Lib
प्रोफेशनल कोर्सेज:
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BBA, BCA, B.Sc. IT, BHM, MHM, BA Mass Comm, BA Tourism
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Diploma in Hotel Management
CIMS कॉलेज का यह प्रयास न केवल तनवी जैसे छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है, बल्कि राज्य के हजारों प्रतिभावान लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को भी नई दिशा देने का काम कर रहा है।